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यूपी में डेंगू के 16 हजार 519 केस,लखनऊ में सबसे ज्यादा मरीज

लखनऊ,(यूएनएस)। यूपी में डेंगू इस बार बेहद खतरनाक रुख ले चुका हैं। प्रदेश में 15 मई से अब तक साढ़े 16 हजार से ज्यादा डेंगू पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस लखनऊ में हैं। यहां के हालात इस कदर बिगड़े हैं कि निजी अस्पतालों में भी गंभीर रोगियों की लंबी कतार हैं। टॉप कॉर्पोरेट अस्पतालों में भी वेंटिलेटर बेड एक महीने से लगातार फुल चल रहे हैं। इस बीच लखनऊ में लोगों की डेंगू की चपेट में आने से मौत भी हो रही हैं। हालांकि सरकारी आंकड़ों में गिनती के संक्रमितों की ही मौत होने की बात कही जा रही हैं। वही विशेषज्ञ आने वाले कुछ दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका जता रहे हैं। साथ ही ज्यादा अलर्ट रहने की बात कह रहे हैं। कुछ एक्सपर्ट्स पहली बार डेंगू संक्रमित होने वाले मरीजों की तुलना में दूसरी, तीसरी या चौथी बार डेंगू पॉजिटिव होने वाले मरीजों को ज्यादा सावधानी बरतने की बात कह रहे हैं। वही अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के मरीजों की संख्या में कई गुना इजाफा के साथ अभी भी लंबी कतार देखी जा रही हैं। लखनऊ के अलावा मुरादाबाद, कानपुर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद समेत प्रदेश के करीब एक दर्जन जिले डेंगू के भयंकर प्रकोप को झेल रहे हैं। इन सभी जिलों में डेंगू के अलावा बुखार का भी कहर देखा जा रहा हैं। कई ऐसे भी मरीज हैं जिनकी डेंगू की रिपोर्ट नेगेटिव हैं पर लक्षण बिल्कुल डेंगू जैसे ही हैं। साथ ही मरीजों का प्लेटलेट काउंट भी तेजी से गिर रहा हैं। डेंगू से कराह रहे लखनऊ में रोजाना मौत की खबरें आ रही हैं। तबियत बिगडने के महज 3 से 5 दिन के भीतर डेंगू जानलेवा बन जा रहा हैं। कड़ी मशक्कत के बाद परिजन किसी तरह वेंटिलेटर बेड ढूंढ रहे हैं। बावजूद इसके जान नही बच पा रही हैं।लखनऊ के गोमतीनगर की पॉश अपार्टमेंट में रहने वाले संजीव गुप्ता (बदला हुआ नाम) को बुखार आया। इसके बाद राहत न मिलने पर सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया। इस बीच डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इधर मरीज की हालत सुधरने की बजाय बिगड़ती जा रही थी। राहत मिलती न देख परिजन गोमतीनगर के निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। यहां 2 दिन डाक्टरों ने उपचार किया। पर हालात सुधरने के बाद और बिगड़ गए। वेंटिलेटर तक की नौबत आ गई। इस बीच बड़े निजी चिकित्सा संस्थान लेकर पहुंचे। यहां तत्काल वेंटिलेटर भी मुहैया कराया गया पर डॉक्टरों ने उनके मल्टीपल बॉडी पार्ट्स डैमेज होने की बात कही। इस बीच 24 घंटे के भीतर ही मौत हो गई। वही 19 अक्टूबर को 43 साल की एक महिला की डेंगू से मौत होने की खबर आई। शहर के दुबग्गा के हयातनगर कॉलोनी निवासी संजू को 10 दिन से बुखार आ रहा था। पहले नजदीकी डॉक्टर से इलाज कराया। बुखार न उतरने पर निजी पैथोलॉजी से डेंगू जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर परिजनों ने पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इस बीच प्लेटलेट तेजी से गिर रहे थे डॉक्टरों ने प्लेटलेट्स भी चढ़ाई गई, लेकिन महिला की सेहत में सुधार नहीं हुआ। हालत ज्यादा नाजुक होने पर 2 दिन पहले महिला को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। पर गुरुवार यानी 19 अक्टूबर को महिला की मौत हो गई। इस बीच मृतका का बेटा और बेटी भी डेंगू संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती रहे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग डेथ ऑडिट के बाद ही इन मामलों में डेंगू की पुष्टि करने की बात कह रहा हैं।

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