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माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 12 अत्याधुनिक और 15 साधारण श्रेणी की बसों का झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया

लखनऊ आरएनएस  देश के माननीय प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशानुरुप और भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र के अनुरुप ही प्रदेश की जनता को अधिक से अधिक सुविधायें प्रदान करने के लिये उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा 12 अत्याधुनिक उच्चस्तरीय तकनीकी सुविधाओं से युक्त हाई एण्ड स्कैनिया एवं वाल्वों वातानुकूलित बसों एवं साधारण श्रेणी की 3ग्2 की 15 वातानुकूलित बसों का प्रदेश की जनता हेतु झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया जा रहा है। यह सेवाऐं जहाँ एक ओर उच्च आय वर्ग के यात्रियों को सुविधा प्रदान करेंगी वहीं 3ग्2 श्रेणी की साधारण वातानुकूलित सेवाऐं सामान्य जन को अल्प किराया दर पर यात्री को उच्च श्रेणी परिवहन सुविधा प्रदान करेंगी।स्कैनिया व वाल्वों श्रेणी की बसंे गोरखपुर-दिल्ली वाया कानपुर, गोरखपुर- लखनऊ-आगरा वाया कानपुर एवं लखनऊ-दिल्ली वाया कानपुर मार्गों पर  संचालित की जाएगी तथा निगम की साधारण श्रेणी की वातानुकूलित बसें अन्य मार्गो से भी लखनऊ-दिल्ली वाया, लखनऊ-बांदा-कर्वी, लखनऊ-सीतापुर-बरेली, लखनऊ-डुमरियागंज-बढ़नी, लखनऊ-बहराइच, लखनऊ-झाँसी,लखनऊ- सुल्तानपुर-वाराणसी, लखनऊ-फैजाबाद-आजमगढ़ एवं लखनऊ-फैजाबाद- देवरिया मार्गों पर संचालित की जाएगी।   इस समारोह की अध्यक्षता मा0 परिवहन मंत्री स्वत्रंत देव सिंह जी करेंगे। साथ ही उ0प्र0परिवहन निगम के अध्यक्ष श्री प्रवीर कुमार, प्रमुख सचिव श्रीमती आराधना शुक्ला, प्रबन्ध निदेशक श्री के. रविन्द्र नायक, अपर प्रबन्ध निदेशक श्री गणेश राम एवं परिवहन निगम के अन्य अधिकारीगण की उपस्थिति रहेगी। सरकार प्रदेश की जनता हेतु अच्छी परिवहन सुविधा देने हेतु कटिबद्ध है। इसके दृष्टिगत् अपनी सेवाओं में वृद्वि, यात्री सेवाआंे का उच्चीकरण और आधुनिक तकनीकियों का उपयोग हमारी प्राथमिकता रहेगी। इन प्रयासों के दूरगामी सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे तथा भविष्य में यात्रियों के  सुविधाओं में उत्तरोत्तर वांछित विकास भी किया जाता रहेगा। परिवहन निगम अपनी सेवाओं को गुणवत्तापरक, स्वच्छता, सुरक्षा, समयबद्धता एवं सदव्यवहार के मूल मंत्र के आधार पर जनता को उपलब्ध करायेगा।  राष्ट्रीयकृत परिवहन व्यवस्था के अन्र्तगत उ.प्र. राजकीय रोडवेज का गठन 1947 में हुआ था। सड़क परिवहन निगम अधिनियम-1950 के अन्तर्गत उ.प्र. राज्य सड़क परिवहन निगम 1972 में अस्तित्व में आया। परिवहन निगम का उद्देश्य यात्रियों को सुविधाजनक, मितव्ययी, विश्वसनीय, आरामदेय एवं उच्च तकनीकी सेवायें उपलब्ध कराना है। उ0प्र0 परिवहन निगम जनता को बेहतर सेवा प्रदान करने हेतु निरन्तर प्रयासरत है। वर्तमान में लगभग 12000 से अधिक बसों के बस बेड़े से प्रतिदिन लगभग 38 लाख कि.मी. संचालन किया जा रहा है, जिससे प्रति वर्ष 56 करोड़ से अधिक यात्रियों को सस्ती एवं सुविधाजनक परिवहन सेवाएं उपलब्ध हो रही है। निगम द्वारा अत्याधुनिक उच्चस्तरीय तकनीकी सुविधाओं से युक्त हाई एण्ड स्कैनिया एवं वाल्वो वातानुकूलित बसों के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाले लोगों के लिए भी ग्रामीण बसों का संचालन किया जा रहा है। इससे गरीबों को समाज के मुख्य धारा में लाने में सहयोग मिलेगा। सरकार के 100 दिन पूर्ण होने से पूर्व ही 2100 असेवित ग्रामों को संचालित ग्रामीण सेवाओं से सम्बद्ध किये जाने का लक्ष्य है जिसे निगम के सकारात्मक प्रयास से आसानी से प्राप्त कर लिया जायेगा।  बस स्टेशनों के निर्माण, पुनर्निर्माण एवं सौन्दर्यीकरण के उद्देश्य से परिवहन निगम द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार से प्राप्त अंशपूँजी से परिवहन निगम द्वारा बस स्टेशनों/डिपो कार्यशालाओं, अर्थात् कुल 55 अवस्थापनाओं का नवनिर्माण/पुनर्निर्माण कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम विगत तीन वर्षांे से निरन्तर लाभ की स्थिति में है तथा इस वर्ष भी रु0 91.52 करोड़ का लाभ अर्जित किया है।  परिवहन निगम द्वारा संचालित की जा रही आई.टी.एम.एस. प्रणाली के माध्यम से यात्रियों को आनलाईन व मोबाईल से टिकट बुकिंग व डेबिट/क्रेडिट कार्ड से भुगतान, बसों की टैªकिंग तथा ई.टी.एम. के प्रयोग से रियल टाईम डेटा ट्रान्सफर सम्भव हुआ है। इसके अतिरिक्त स्मार्ट कार्ड के माध्यम से एम.एस.टी. धारको तथा सामान्य यात्रियों को कैशलेस टिकट क्रय की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। विगत् दो वर्षों में शुद्ध लाभ अर्जित करने पर निगम को राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार मिला।

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