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पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के कर्मचारी लटके अधर में

लखनऊ। राजधानी में जहां एक ओर मुख्यमंत्री प्रथम रोजगार समिट का उद्घाटन कर रहे थे वहीं दूसरी ओर हजरतगंज स्थित पटेल प्रतिमा पर नौकरी से हटा दिए गए राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत तैनात कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे थे। पटेल प्रतिमा पर एकत्र हो कर ये कर्मचारी भाजपा मुख्यालय पहुंचे जहां राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ग्राम विकास, डॉ महेन्द्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। मंत्री ने कर्मचारियों की चिठ्ठी को प्रमुख सचिव ग्राम विकास को प्रेषित कर दिया है।

आजमगढ़ से आए लालचंद यादव ने बताया कि गांव देहात में और शहरों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था देखने तथा साफ पानी पीने के लिए जागरूक करने वाले कर्मचारी एजेंसी का अनुबंध समाप्त होने के बाद मई 2016 से असमंजस की स्थिति में है और वेतन भी नहीं मिल रहा है जिससे लगभग 1050 कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने कहा कि हम लोग ब्लाक स्तर लेकर शहरों तक में पेयजल की गुणवत्ता जांचते है पर सरकार का ध्यान इतने महत्वपूर्ण विषय पर नहीं जा रहा है। मंत्री से मिले आश्वासन की बात करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार का निर्णय कि एजेंसी का अनुबंध समाप्त हो जाने के बाद भी कर्मचारी का अनुबंध समाप्त नहीं किया जाएगा पर अमल नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों की पदोन्नति, वेतन विसंगति आदि का जिक्र करते हुए कर्मचारियों ने कहा कि यदि शीघ्र ही सरकार ने हमारी मांगो को लेकर उचित कार्यवाही नहीं की तो बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।

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