Home > स्थानीय समाचार > मुख्तार के कब्जे वाली जमीन पर बन रहे गरीबों के लिए फ्लैट

मुख्तार के कब्जे वाली जमीन पर बन रहे गरीबों के लिए फ्लैट

बनेंगे 76 फ्लैट ,लॉटरी के जरिये एलडीए करेगा आवंटन
लखनऊ। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद भी उसके परिवार की मुश्किलें कम नहीं हुई। लखनऊ में कभी मुख्तार के कब्जे वाली जमीन पर अब लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी गरीबों के लिए फ्लैट बना रहा है। यह जमीन हजरतगंज स्थित डालीबाग में थी और इसी पर मुख्तार का घर था। जमीन काफी बेशकीमती मानी जाती है और यहां पर मुख्तार अंसारी का कब्जा था। मुख्तार के कब्जे वाली जमीन पर दो मकान बने हुए थे। यह जमीन आजादी के बाद भारत छोड़कर पाकिस्तान गए लोगों की थी और कागजों में इस पर मुख्तार की मां का नाम था। दोनों मकानों को गिरा दिया गया और अब इस पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों का निर्माण हो रहा है।वीसी एलडीए प्रथमेश कुमार के मुताबिक 3 महीने में घरों का निर्माण पूरा हो जाएगा और उसके बाद चुनिंदा लोगों को लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित किए जाएंगे। 76 आवासों का निर्माण किया जा रहा है और जल्द ही आवंटन शुरू हो जाएगा।डालीबाग लखनऊ का सबसे वीवीआईपी इलाका है। इस कॉलोनी में अधिकारियों, नेताओं और वीवीआईपी लोगों के घर हैं। यहां पर दो वीवीआईपी गेस्ट हाउस भी हैं। साढ़े 7 लाख रुपये की कीमत पर 300 स्क्वायर फीट का फ्लैट आवास योजना के अंतर्गत दिया जाएगा। इसके लिए लाभार्थी की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। साढ़े 7 लाख रुपए का आवास होगा, उसमें ढाई लाख रुपये सरकारी सब्सिडी मिलेगी। मतलब यह मकान गरीबों के लिए 5 लाख में होगा। प्राधिकरण के अनुसार दस्तावेजों के जरिए मुख्तार अंसारी ने कब्जे वाली जमीन अपनी मां के नाम कर दी थी। जब योगी सरकार आई, उसके बाद उसके संबंध में जांच शुरू हुई तो पूरा मामला फर्जी पाया गया था। जनवरी 2020 में दोनों मकान ध्वस्त किए गए थे और तभी जमीन पर गरीबों के लिए मकान बनाने की योजना बनाई गई थी।इससे पहले माफिया अतीक अहमद के कब्जे वाली जमीन पर फ्लैट बनाए गए थे। इस फ्लैट की चाबी भी लाभार्थियों को मिल गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद जमीन पर बन रहे फ्लैट से पहले भूमि पूजन किया था। अतीक अहमद के कब्जे वाली जमीन पर भी 76 फ्लैट का निर्माण किया गया था। पीएम आवास योजना के तहत इसे लाभार्थियों को आवंटित किया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *