लखनऊ | लोकतंत्र के चार स्तम्भ में से एक स्तम्भ पत्रकारिता है जिसका काम जनता एवं सरकार के बीच संवाद या कमियां एवं खूबियों को प्रसारित करना होता है, लेकिन अब इस पवित्र पेशे को धनलोलुपों से कलंकित होना पड़ रहा है। कुछ ऐसा ही कार्य मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब, विकास दीप काप्लेक्स, स्टेशन रोड द्वारा वक्फ की सम्पत्ति पर अवैध निर्माण कर किया जा रहा है। मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब द्वारा मई दिवस, बड़ा मंगल जैसे कार्यक्रमों के आयोजन पर, अपने कार्यलय में पुलिस के उच्च अधिकारियों, राजनेताओें को बुला कर इस अवैध अतिक्रमण की योजना का ताना बाना पहले ही बुन लिया गया था। राज नेताओं एवं पुलिस के उच्च अधिकारियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित कर अपने संबंधों को चारों तरफ प्रचारित भी किया गया ताकि अवैध निर्माण में कोई बाधा उत्पन्न न हो। और पवित्र रमजान मुबारक के महीने में वक्फ की जमीन पर अनाधिकृत निर्माण की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। विकासदीप व्यवसायी कल्याण समिति द्वारा अपने सदस्यों के माध्यम से मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब द्वारा कराये जा रहे निर्माण के विरुद्व जब श्री एस. एम. पारी, अध्यक्ष मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब से उक्त अवैध निर्माण पर वार्ता करने की पहल की तो श्री एस. एम. पारी द्वारा अपने रसूख की बात कहकर उनको भगा दिया एवं कहा जो लिखा पढ़़ी करनी हो कर लो, मेेेरे खिलाफ न तो कोई समाचार पत्र लिखेगा और न ही कोई अधिकारी तुम लोगो की बात सुनेगा। विकासदीप व्यवसायी कल्याण समिति द्वारा मा. मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, लखनऊ विकास प्राधिकरण, लखनऊ, जिलाधिकारी, लखनऊ, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, लखनऊ को पंजीकृत डाक के माध्यम से मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब द्वारा कराये जा रहे अवैध निर्माण कार्य हेतु सूचित किया परन्तु कोई कार्यवाही नही की जा रही है। श्री एस. एम. पारी का कथन सत्य प्रतीत होता है कि जो उच्च अधिकारी उनके कार्यक्रम में आकर सम्मानित होते है उन अधिकारियों से कार्यवाही की उम्मीद रखना मूर्खता है, अभी हाल में बड़े मंगल के अवसर पर आयोजित भंडारे में जिलाधिकारी, लखनऊ, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, लखनऊ मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब कार्यालय द्वारा आयोजित भंडारें में प्रसाद वितरण कर रहे थे तो कार्यवाही न तो उनका कोई मातहत अधिकारी करेगा और न ही स्वयं उनका कार्यालय।
वक्फ की जमीन पर कराये जा रहे अवैध निर्माण को लेकर उच्च अधिकारियों के मौन एवं लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा जानकारी होने पर भी कार्यवाही न किये जाने से क्षेत्रीय नागरिकों में रोष व्याप्त है एवं नागरिकों द्वारा सम्भवतः रोज़ा अफतार के बाद प्रदर्शन भी किया जा सकता है जिससे क्षेत्र में साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ने का खतरा भी हो सकता है। समाज के चैथे स्तम्भ के सिपाही द्वारा जब स्वयं ही सीमेंट कंक्रीट के स्तम्भ गाढ़ कर अवैध निमार्ण किया जा रहा है तो सम्पूर्ण समाज के अस्तित्व के लिये खतरा होगा और इस तरह की अवैध कार्यवाही पर न तो कोई समाचार पत्र लिखने की हिम्मत दिखा रहा है और न ही कोई अधिकारी कार्यवाही करने की, श्री एस. एम. पारी के कथनानुसार मीडिया फाटोग्राफर्स क्लब का दबदबा लखनऊ शहर के समस्त समाचार पत्रों पर कायम है। अदब और तहज़ीब के इस शहर लखनऊ के समाचार पत्रो, बड़े बड़़े मीडिया हाअस का इस अवैध निर्माण पर चुप्पी का क्या राज़ है, सत्य लिखने की ताकत नहीं रही या मीडिया फाटोग्राफर्स क्लब का डर है।