Home > स्थानीय समाचार > अब मडियांव में छलका जा़म को लेकर महिलाओं का गुस्सा, शराब दुकान पर किया हमला

अब मडियांव में छलका जा़म को लेकर महिलाओं का गुस्सा, शराब दुकान पर किया हमला

लखनऊ । प्रदेश में योगी सरकार बनते ही महिलाओं को शराब के खिलाफ आन्दोलन चलाने का नया हथियार मिल गया है । प्रदेश में जगह जगह महिलाओं शराब की दुकानों का भरपूर विरोध कर रही है । एक तो सुप्रीमकोर्ट के आदेश से हाईवे से जो दुकाने हटायी गयी थी वो हाईवे से 500 मीटर अन्दर ग्रामीण क्षेत्रों में चली गयी, जिसकों लेकर भी महिलाएं आक्रोशित है और दूसरे योगी सरकार से अपेक्षा के चलते शराबबंदी के लिये महिलाएं आये दिन कानून अपने हाथों में ले रही है ।

राजधानी में भी महिलाओं द्वारा शराबबंदी के लिये कई बार मदिरालयों पर हमला बोला गया है । पिछले दिनों राजधानी के जियामऊ में शराब की दुकान पर हमलें के बाद रविवार को मड़ियांव के बेलीगारद चौराहे स्थित शराब ठेके पर रविवार की दोपहर दर्जनों महिलाएं व पुरुष इक्कठा होकर धावा बोल दिया। ठेके के अंदर रखी शराब की पेंटियां उठा रोड पर फेंकने लगी। सूचना पाकर मौके पर एएसपी ट्रांसगोमती दुर्गेश कुमार समेत आस-पास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। महिलाएं इतना उग्र रूप धारण कर चुकी थी,कि इस दौरान रोड का यातायात बंद हो गया था । ठेके से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर रोड पर फेंकी गयी शराब की शीशियां पड़ी नजर आ रही थी। एसओ मड़ियांव अंजनी पान्डेय का कहना है,कि करीब आधा दर्जना महिलाओ को हिरासत में लिया है। शराब ठेकेदार देवी प्रकाश जायसवाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर महिलाओं को जेल भेजा गया है।
लोनी कटरा बाराबंकी निवासी देवी प्रसाद जायसवाल ने बताया कि बेलीगारद पर उनका पिछले दस वर्षों से देशी शराब ठेका है। रविवार करीब साढ़े 11 बजे सैकड़ो की तादाद में महिलाएं व पुरुष शराब ठेके पर पहुँच गए। शराब ठेके पर पहुँचते ही तोड़फोड़ शुरू कर दी। तोड़फोड़ से भी मन नही भरा तो ठेके पर पथराव किया व ठेके पर मौजूद कर्मचारियों को भी पीट दिया। इस दौरान महिलाओं ने शराब ठेके से लगभग चार पेटी शराब की बोतलें निकालकर सड़क पर तोड़ दी। हंगामे के चलते आसपास का माहौल दहशत नुमा हो गया और सड़क पर जाम लगने लगा। घटना की जानकारी पाकर पुलिस पहुंची और मामले की नजाकत समझते हुए शराब ठेके को बंद करवाकर मामला थाने ले आये। वही महिलाओं का कहना था कि ठेके के पास ही एक धार्मिक स्थल व इसके ठीक सामने केंद्रीय विद्यालय है। वही महिलाओं का यह भी कहना था कि शराब पीकर उनके पति उनको पीटते है।आक्रोसित महिलाओं ने बताया,कि इस शराब के ठेको हटवाये जाने के लिये कई बार शिकाते संबन्धित अधिकारियों से की जा चुकी है। लेकिन शराब ठेका नही हटाया गया। मजबूरन हम लोगों को यह कार्य करना पड़ा।
थाने पर भी किया बवाल- मामला थाने पहुंचा तो दर्जनों महिलाये थाने के बाहर इकठ्ठा हो गई। हर महिला के हाथ में डंडा था और साड़ी पर बिल्ला लगा था,भाकियू संगठन का। वही महिलाओं के साथ पहुंचे पुरुष भी सर पर हरी टोपी और हाथ में डंडा लेकर पहुँच गए। इन भाकियू कार्यकर्ताओ से जब मामले के बारे में और ठेके से सम्बंधित मानको के बारे में पूछा गया तो ये अपने मसीहा राजू गुप्ता का नाम बताते नजर आये। थाने पर भी महिलाएं जम कर बवाल किया।
इससें पहले भी जियामऊ में जब महिलाओं ने शराब की दुकान का विरोध किया था तब गौतम पल्ली पुलिस ने 13 लोगों को महिलाओं सहित नामजद तथा लगभग 100 लोगों पर अज्ञात लिख कर मुकदमा दर्ज किया था ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *