लखनऊ। कुरान करीम दुनिया की एक अकेली एैसी किताब है जिसके हुरूफ (अक्षर) और आयतों में क्या इसके जबर जेर और नुक्तों में भी कोई बदलाव नही कर सकता। इस लिए कि इसकी हिफाजत की पूरी जिम्मेदारी खुदा पाक ने खुद ले रखी है। कुरान पाक में इरशाद है कि हमने कुरान नाजिल किया है और हम ही उसके मुहाफिज हैं।
इन विचारों को मौलाना मो0 मुश्ताक़ अध्यक्ष ऑल इण्डिया सुन्नी बोर्ड ने प्रकट किया। वह आज जामा मस्जिद ईदगाह लखनऊ में जुमे की नमाज़ से पूर्व नमाजियों को सम्बोधित कर रहे थे। मौलाना ने कहा कि इस वह लोग खुशकिस्मत हैं जिन्होने अपने सीनों में कलाम पाक को महफूज कर रखा है। दुनिया व आखिरत में वह लोग बेहतरीन इज्जत और मरतबा हासिल करेगें जिन्होने अपनी तमाम सलाहियतों को कलाम पाक की तालीम, दावत, तबलीग व इशाअत के लिए लगा रखा है। उन्होने कहा कि कुरान हर व्यक्ति के लिए जिन्दगी और हर दिल के लिए रौशनी है। यह जिस दिल में उतर जाये वह उज्जवल हो जाता है और जिस दिल से निकल जाए तो अंधेरा हो जाता है। मोमिन की शान यह है कि हर वक्त वह अपने दिल व दिमाग को कुरान की बरकत से लाभ उठाता रहता है और उसकी रौशनी में जिन्दगी का सफर तय करता रहे।