लखनऊ। लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी के हत्यारोपी की जमानत के विरोध में प्रदर्शन किया गया। कमलेश तिवारी की पत्नी के साथ बड़ी संख्या में लोग परिवर्तन चौक पहुंचे। इस दौरान श्सैयद असीम अलीश् को फांसी दो के नारे लगे। कमलेश तिवारी की पत्नी और हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण कमलेश तिवारी ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है की कमलेश की हत्या के आरोपी सैयद असीम अली को जमानत दे दी गई। उन्होंने कहा कि अगर जमानत निरस्त नहीं किया गया तो सुप्रीम कोर्ट के बाहर धरना देंगे। अगर आरोपी की जमानत नहीं निरस्त की गई तो सरकार हमें इच्छा मृत्यु की इजाजत दे। किरण तिवारी ने अपनी मांगों को लेकर लखनऊ पुलिस के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा। लखनऊ में चर्चित हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड के आरोपी सैयद आसिम अली को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है। आरोपी की ओर से इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। हाई कोर्ट ने आरोपी आसिम अली की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। शीर्ष अदालत ने कहा कि इस केस में 13 में से 8 आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी है। इस आधार पर आसिम अली को जमानत दे दी गई। इस प्रकार अब इस मामले में 9 आरोपियों को जमानत दे दी गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लखनऊ के चर्चित कमलेश तिवारी की हत्या और षड्यंत्र मामले में आरोपी की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। कोर्ट ने सांप्रदायिक घृणा और दिन दहाड़े हत्या एवं षड्यंत्र के आरोपी मुख्य अभियुक्त सैयद आसिम अली को जमानत पर रिहा करने से इनकार किया था। कोर्ट ने अन्य पीठ से पहले ट्रायल पूरा करने के निर्देश का पालन करने का अधीनस्थ अदालत को आदेश दिया था। कोर्ट की ओर से आदेश में कहा गया था कि अगर एक साल में ट्रायल पूरा नहीं होता है तो याची हाईकोर्ट आ सकता है। 2016 में सोशल मीडिया पर पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का मामला आया था। मुफ्ती नईम काजमी और इमाम मौलाना अनवारूल हक ने इसके बाद फतवा जारी कर कहा कि हत्या करने वाले को 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इसके बाद हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी पत्नी ने इस मामले में नाका हिंडोला थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस संबंध में 18 अक्टूबर 2019 को दर्ज कराई गई। इसमें दो नामित और दो अज्ञात पर हत्या का आरोप लगाया गया। मामले की जांच के दौरान षड्यंत्र का बड़ा खुलासा हुआ और 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई। कमलेश तिवारी के हत्यारोपियों सीएम योगी ने इसका संज्ञान लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था और साथ ही कमलेश तिवारी के परिजन को 15 लाख रुपए और सीतापुर में आवास की सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया था।