रंजीव ठाकुर
लखनऊ । राजधानी के प्रेस क्लब में सोमवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा द्वारा रायबरेली में मारे गए पॉच ब्राह्मणों की हत्या किए जाने को लेकर वार्ता का आयोजन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने 15 जुलाई से विधानसभा के सामने आमरण अनशन करने की बात करते हुए कहा कि योगी सरकार का कोई मंत्री मृतकों के घर तक नहीं गया। सरकार अन्य जातियों की परवाह करती है पर ब्राह्मणों की हत्याओं पर मौन साधे है। योगी सरकार ने रायबरेली के ऊंचाहार में मारे गए निर्दोष ब्राह्मण नवयुवकों के परिवारों को दिखावे के तौर पर जांच और मुआवज़े की घोषणा की है जबकि मैं देख कर आया हूं कि वे निर्धन बेसहारा परिवार कैसे गुजर बसर करेंगे। यदि योगी जा को इन परिवारों की इतनी ही चिन्ता है तो इन्हे सरकारी नौकरी क्यों नहीं दी। योगी राज में ब्राह्मण सुरक्षित नहीं की बात करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि भगवान परशुराम की तरह फरसा उठाने के लिए सरकार विवश न करे अन्यथा ब्राह्मण ने हथियार उठा लिया तो अनर्थ हो जाएगा।
अपराधियों को संरक्षण दे रहे बीजेपी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की जांच करवाने की बात करते हुए कहा कि ब्राह्मणों की हत्या की सीबीआई जॉच करवाई जाए तथा मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवज़े की घोषणा शीघ्र की जाए। उन्होनें कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ब्राह्मणों के हत्यारों को संरक्षण दे रहे है जिसकी जांच करवाई जानी चाहिए।
रायबरेली जा कर पीड़ित परिवारों से मिल कर आने की बात करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि पूरे रायबरेली क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है और लोगों का डर के कारण बुरा हाल हो गया है। उन्होनें कहा कि जब तक ब्राह्मणों को न्याय नहीं प्राप्त हो जाता तब तक देश और प्रदेश का ब्राह्मण चुप नहीं बैठेगा।