अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या । आचार्य पीठ तपस्वी जी की छावनी रामघाट अयोध्या में कोरोना वायरस अलविदा के लिए धर्म आचार्यों द्वारा हवन गया। धर्म नगरी अयोध्या के जगद्गुरु परमहंस दास ने विश्व कल्याण के लिए समय-समय पर विभिन्न हवन ,यज्ञ ,भंडारा आदि समाज के कल्याण के लिए करते रहते हैं। श्री राम जन्मभूमि निर्माण के लिए दर्जनों हवन ,यज्ञ ,अनशन आदि कार्यक्रम बड़े विधि-विधान समारोह पूर्वक किया। इसके लिए उनको जेल भी जाना पड़ा, काफी विरोध भी हुआ संतों में विरोध हुआ फिर भी अपने तपस्या के बल पर अडिग रहे। स्वामी परमहंस जी महाराज का संत समाज में काफी सम्मान है अयोध्या जा ही नहीं बल्कि पूरे भारत के संत समाज सम्मान देते हैं, क्योंकि वह लोक कल्याण के लिए लगातार प्रयत्नशील रहते हैं। इसी क्रम में चीन से फैला कोरोनावायरस भारत में दस्तक दे चुका है।इसके लिए स्वामी परमहंस दास जी ने लोक कल्याण के लिए विधि विधान से अपने स्थान पर संतो व धर्म आचार्यों के साथ मिलकर विधि विधान से हवन पूजन किया । स्वामी परमहंस दास जी ने कहा कि कोरोना वायरस विश्व की समस्या बन चुका है, कोरोना वायरस को किया अलविदा आचार्य पीठ तपस्वी जी की छावनी रामघाट अयोध्या में इस भयंकर महामारी से निजात पाने के लिए परमहंस दास जी ने वेद मंत्रों के साथ हवन किया। जिसमें “स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत” राममय भारत महायज्ञ और हिंदू मुस्लिम शिख ईसाई सभी को जय श्री राम का जप करने को कहा, और मस्तक पर तिलक लगाने और चोटी रखने की सलाह दी , और कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए दवा के रूप में इसका प्रयोग करें । महिलाओं को भारतीय वेशभूषा धारण करने की सलाह दी, मांसाहार और मद्य पान से बचें जय श्री राम का जप सभी का जीवन रक्षक बनेगा।