सीतापुर। सीतापुर मिश्रिख भ्रष्टाचार के मामले में मिश्रित ब्लाक की ग्राम पंचायत जसरथपुर अखबारों के साथ ही सोशल मीडिया पर पहले से ही अपनी जगह बनाये हुये थी बीते महीने ही इस ग्रामपंचायत में इन्टर लॉकिंग और नाली निर्माण घोटाला सुर्खियों में रहा था जिस पर प्रधान और सचिव ने एक गांव में काफी समय से अपूर्ण पड़े कार्य को पूरा करा दिया था,लेकिन प्रधान और सचिव के भ्रष्टाचार का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है ग्राम पंचायत के एक माजरा फुलवारी निवासिनी दलित विमला देवी पत्नी सरवन ने जनपद के जिलाधिकारी और अध्यक्ष लोकपाल के साथ ही मुख्यमंत्री को जन सुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायत सन्दर्भ संख्या 40015424045152 दर्ज कराकर ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर भ्रस्टाचार का गम्भीर आरोप लगाते हुये रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्यवाही किये जाने की जहां मांग की है वहीं शिकायतकर्ता ने अपनी ही तरह कई अन्य आवास लाभार्थियों की भी मजदूरी राशि प्रधान और पंचायत सचिव पर हड़पने गम्भीर आरोप लगाया है। आवास लाभार्थी पीड़िता का आरोप है कि शासन की योजना के तहत उसे प्रधानमंत्री आवास मिला था जिसकी मजदूरी का 3220/- रु० सचिव धीरेंद्र ने अपने चहेते किसी गोविंद नामक व्यक्ति के खाते में भेज कर निकाल लिया है, इतना ही नहीं महिला का यह भी आरोप है कि उक्त गोविंद की जॉब कार्ड संख्या 1000 पर गांव के अन्य चार व्यक्तियों की भी मजदूरी धनराशि भेज कर आपस में बन्दर बाँट कर ली गई है। क्षेत्र में आम चर्चा है कि उक्त सचिव द्वारा अपने भाई की फर्म नन्दवन्शी ट्रेडर्स एण्ड सप्लायर के खाते में भेज कर सरकारी धनराशि हड़पी जा रही है। आरोप यह भी है कि तमाम कार्य तो मौके पर करायें ही नहीं जाते फिर कागजी कार्य दिखा कर धन हड़पो अभियान चलाया जा रहा है । जानकार सूत्र बताते हैं कि ग्राम पंचायत जसरथपुर में विकास कार्य कराने के नाम पर 12 लाख 34000/- रुपया नन्दवन्शी ट्रेडर्स नामक फर्म पर भेज कर हड़प किया जा चुका है।शिकायत कर्तिनी महिला ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश के साथ ही जिलाधिकारी और अध्यक्ष लोकपाल तथा मुख्यमन्त्री जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायती दर्ज कराकर आरोपियों पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
(श्री प्रकाश गुप्ता)