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बैंक मैनेजर अपना रहे है तानाशाह रवैया – सुरेन्द्र अग्रहरि

(दुद्धी) सोनभद्र – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा लॉन्च की गई मुद्रा बैंक योजना सहित किसी भी प्रकार का लाभ क्षेत्रीय लोगो को नही मिल पा रहा है जिससे लोगो मे मायूसी है।छोटे उद्यमियों के लिए कम ब्याज दर पर 50 हजार से 10 लाख रुपये तक  कर्ज देने का प्राविधान मुद्रा बैंकिंग योजना के तहत है ।मुद्रा बैंक का मतलब है माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट रिफाइनेंस एजेंसी।सरकार सिर्फ इसी योजना पर 20 हजार करोड़ रुपये लगाई है ,साथ ही इसके लिए 2000 करोड़ रुपये की क्रेडिट गारण्टी भी रखी गयी है ।मुद्रा बैंक का मकसद युवा,शिक्षित और प्रशिक्षित उद्यमियों को मदद देकर मुख्य धारा में लाना है ।इस व्यवस्था के तहत तीन तरह के ऋण दिए जाते है- शिशु, किशोर और तरुण ,लेकिन बैंक मैनेजरों की तानाशाही रवैये के कारण क्षेत्र के युवा,बेरोजगार नौजवानों को ऋण नही मिल पा रहा है ।कोई एक वर्ष से बैंक का चक्कर लगा रहा है तो कोई आठ महीने से चक्कर लगा रहा है,लेकिन उनलोगों को अभी तक लोन नही मिल पाया हैजिससे युवा बेरोजगार परेशान है।खास बात यह भी है कि जो लोग नौकरी में है या पेंशनधारी है ,ऐसे लोगो को भी ऋण लेने के लिए बार बार बैंक मैनेजरो द्वारा दौड़ाया जा रहा है जिससे ऐसे लोगो को भी शादी,व्याह आदि अन्य कार्यो के लिए परेशान होना पड़ रहा है ।भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र अग्रहरि ने बैंक प्रबंधको के कार्यप्रणाली पर रोष जताते हुए कहा कि सोनभद्र जिले के सभी बैंकों का यही हाल है कि जो  वास्तव में जरूरतमंद है उनको ऋण देने के लिए  दौड़ाया जाता है  ,और अंत तक उसको ऋण नही दिया जाता है ।थकहार कर ऐसे लोग मायूस हो जाते है ,और सरकार को दोषी ठहराने लगते है ।ऐसे बैंक मैनेजरो के ऊपर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि जब किसी भी क्षेत्र में कोई बैंक खुलता है तो लोगो को बुला बुलाकर खाता खुलवाया जाता है ,ग्राहकों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाता है लेकिन जब उसी बैंक में ग्राहकों की संख्या बढ़ जाती है तो बैंक मैनेजर की भृकुटी तन जाती है और सरकार द्वारा दिये जाने वाले ऋण(लाभ)को नही दिया जाता है  ,साथ ही बैंक मैनेजर नौकरी पेशा वालो का खाता खुलवाने के लिए भी दबाव बनाते है कि मेरे बैंक में खाता खुलवा दीजिये ,जब नौकरी पेशा वाले लोग खाता खुलवा लेते है तो उन्ही लोगो को ऋण देने के लिए परेशान किया जाता है ।ऐसे बैंक मैनेजर के प्रति किस तरह की कार्यवाही होनी चाहिए? भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय नेता सुरेन्द्र अग्रहरि ने इस संदर्भ में लीड बैंक के मैनेजर करुणेश कुलश्रेष्ठ से वार्ता कर जानकारी दी है कि जनपद में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया,बैंक ऑफ बड़ौदा,बैंक ऑफ इंडिया,इलाहाबाद यू पी ग्रामीण बैंक ,पंजाब नेशनल बैंक,इलाहाबाद बैंक सहित जितने भी बैंक है सभी बैंकों के प्रबंधकगण अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाते हुए पात्र लोगो को ऋण आसानी से उपलब्ध कराए अन्यथा इसकी शिकायत ऊपर तक की जाएगी।

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