अयोध्या। उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय की ओर से फलों की फसलों में पदप ऊतक संवर्धन एवं आण्विक मार्कर तकनीकष् विषय पर चल रही तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन हो गया। फल विज्ञान विभाग की ओर से आयोजित यह कार्यशाला आचार्य नरेंद्र कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज परिसर के हाईटेक हाल में आयोजित की गई थी। इस कार्यशाला में देशभर से दर्जनभर वैज्ञानिकों ने ऊतक संवर्धन पर विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान वैज्ञानिकों द्वारा ऊतक संवर्धन तकनीक के विभिन्न तरीकों को बताया गया। साथ ही इसके महत्व पर भी विस्तार से जानकारी दी। फसल सुधार के लिए ऊतक संवर्धन को सबसे कुशल तकनीक बताया। वैज्ञानिकों ने पादप ऊतक संवर्धन तकनीके, पादप प्रसार, रोग उन्मूलन, पादप सुधार और द्वीतीयक म्टाबोलाइट्स पर भी विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर कार्यशाला में प्रतिभाग करने पर एमएससी अंतिम वर्ष की छात्रा सोनम यादव सहित आधा दर्जन छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर कुलपति डॉक्टर विजेंद्र कुमार सिंह ने सम्मानित किया। कुलपति ने कहा कि फसल सुधार के लिए ऊतक संवर्धन को सबसे कुशल तकनीक माना जाता है। बड़े पैमाने पर पौधों के गुणन के लिए पादप ऊतक संवर्धन तकनीक का व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पादप ऊतक संवर्धन का उपयोग किसी पौधे के आनुवांशिक संशोधन या बस उसकी उपज बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। कृषि विश्वविद्यालय के उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के वैज्ञानिक एवं छात्राएं मौजूद रहे।
Home > अवध क्षेत्र > अयोध्या > तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन,12 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने किया प्रतिभाग