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एनटीपीसी हादसे की कहानी, भुक्तभोगियों की जुबानी 

अब तक 30 मौतें : मुख्य सचिव 
लखनऊ। ऊँचाहार एनटीपीसी में बुधवार को ब्यॉलर फटने से हुए दर्दनाक हादसे के शिकार लोगों को देर रात राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया था। अस्पतालों में भर्ती हादसे के शिकारों को देखना आसान नहीं है। बुरी तरह जले हुए लोग लगातार मरते जा रहे है और जो भर्ती है वो असहनीय पीड़ा बरदाश्त कर रहे है। डॉक्टर अभी ठीक से कुछ कह पाने में असमर्थ दिख रहे है और पूरी प्रयास करने की बात दोहरा रहे है। गुरुवार सुबह राजधानी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी / सिविल अस्पताल का दौरा करने आए मुख्य सचिव राजीव कुमार ने बताया कि अब तक कुल 30 लोग इस हादसे में मारे गए है जिनमें से 24 लोगों की मृत्यु ऊँचाहार एनटीपीसी में और 6 लोगों की मृत्यु लखनऊ में इलाज के दौरान हो गई है। डीएम के साथ विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर रहे राजीव कुमार ने कहा कि घायलों की सही संख्या अभी ठीक से बता पाना मुश्किल है और मेडिकल कालेज जाने के बाद वे कुछ बताने की स्थिति में होंगें।
ऊँचाहार एनटीपीसी से 29 घायल सिविल अस्पताल लाए गए है जिनमें से 13 को बर्न वार्ड में रखा गया है। ब्यॉलर फटने से हुए दर्दनाक हादसे के शिकार हुए ऊँचाहार निवासी भीम सेन ने आपबीती बतातें हुए कहा कि उस समय 500 -600 लोग ब्यॉलर में काम कर रहे थे जब हमें ब्यॉलर की सफाई के लिए बुलाया गया। चोक ब्यॉलर को साफ़ करने के लिए बारी का इस्तेमाल किया पर चोक नहीं छूटा तो प्रेशर से पानी मारा गया।  उन्होंने बताया कि प्रेशर से पानी मरने पर अचानक ब्यॉलर फट गया और हमें भागने का मौका तक नहीं मिला। दर्दनाक हादसे के शिकार हुए देशराज ने बताया कि ब्यॉलर फटते ही चारों ओर अँधेरा छा गया और जब तक हम लोग कुछ समझते तब तक बुरी तरह जल चुके थे। चारों ओर कोयला, तेल और आग होने की बात बताते हुए कुण्डा निवासी राकेश पटेल ने बताया कि सब कुछ इतना अचानक हुआ कि हम लोग समझ नहीं पाए। हादसे के शिकार हुए सभी लोगों ने एनटीपीसी की गलती बताते हुए कहा कि अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत से काम हो रहा है तथा मात्र 150-200 रुपए की दिहाड़ी पर लोग काम करने को मजबूर है। बिहार, गया निवासी वीरेंद्र साहू हादसे की जानकारी मिलते ही घायल बेटे मनोज कुमार को देखने के लिए रात भर सफ़र कर लखनऊ पहुंचे।  डबडबाई आँखों से पिता का दर्द झलक जाता है और बिना कुछ कहे ही आँखे सब कुछ कह जाती है। ऐसा ही हाल कुण्डा से पति को लेकर आई पूजा पटेल और अन्य तीमारदारों का है।

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