संवाददाता उग्रसेन
बरेली। ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के आह्वान पर विरोध सप्ताह के आज तीसरे दिन रेल बचाओ देश बचाओ आंदोलन को स्वरूप देने के लिए शहर के विभिन्न वर्गों जिसमें प्रोफेसर, छात्र संघ, अभिभावक संघ, एलआईसी, इनकम टैक्स, रोडवेज, व्यापारी संघ, बैंक, सेल टैक्स, आरटीआई एक्टिविस्ट तथा व्यापार मंडल एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम शर्मा इत्यादि बरेली शहर के तमाम गणमान्य नागरिकों ने रेलवे के निजीकरण के विरोध में एन. ई. रेलवे मजदूर यूनियन द्वारा आयोजित सेमीनार में भाग लिया। सभी ने इस अवसर पर रेलवे को निजी हाथों में जाने का पुरजोर विरोध किए जाने का संकल्प लिया और आने वाले समय में इस मुहिम को प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर तक जन-जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया। सभी वक्ताओं ने मुखर होकर कहा कि इसी सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में करोड़ों लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार दिए जाने का वायदा किया था किंतु आज रोजगार निम्नतम स्तर पर है। यही नही जो रोजगार के अवसर सरकारी संस्थाओं में थे वह भी कोरोना की आड़ में बंद कर दिए गए जिससे युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकार में हो गया है और वे निराशा और अवसाद से ग्रसित होते जा रहे हैं। जो देश के लिए बेहद घातक हो गया है। नरमू के केंद्रीय अध्य्क्ष बसन्त चतुर्वेदी ने कहा कि सत्ता में आने से पूर्व एफडीआई का मुखर विरोध करने वाली भारतीय जनता पार्टी अब सत्ता में आने के उपरांत रक्षा क्षेत्र तक में एफडीआई को लागू करने का प्रयास कर रही है। निजीकरण के लिए आयोजित सेमीनार की अध्यक्षता नरमू के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी ने की तथा संचालन मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मलिक ने किया। तथा वक्ताओं में संजीव मेहरोत्रा,गीता शांत,चारु मेहरोत्रा,सुरेंद्र रस्तोगी,ठाकुर श्रवण सिंह,शिव प्रताप सिंह यादव, सुनील यादव,अंकुर सक्सेना,चन्द्रभान सुमन, काशिफ़ जमाल तथा मुकेश सिंह चौहान इत्यादि उपस्थित थे।इस अवसर पर मंडल मंत्री कामरान अहमद, रामकिशोर, परवेज अहमद, नूतन प्रकाश,रईस अहमद, भूतपूर्व मंडल अध्यक्ष मुकेश सक्सेना,प्रदीप कुमार,आराम सिंह,जगदीश,आर.के.पांडेय,अजयेंद्र सिंह,मोहम्मद यूनुस,कृष्ण स्वरूप द्विवेदी,सोमनाथ बैनर्जी व मीडिया प्रभारी आरिफ हुसैन उपस्थित रहे।