ब्यूरो रिपोर्ट- प्रशांत तिवारी
हरदोई। सुरसा सरकारी खाद केंद्र पर यूरिया पाने के लिए सप्ताहभर से किसानों में मारामारी जारी है।एक-एक बोरी यूरिया के लिए किसान मोहताज है। मांग के मुकाबले यूरिया की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। दिन भर की मशक्कत के बाद किसान एक दो बोरी यूरिया लेकर घरों को लौट रहे हैं। जबकि आवश्यकता इससे अधिक है। सुरसा के सघन सहकारी समिति केन्द्र पर बुधवार को यूरिया लेने के लिए किसान सुबह 6 बजे से लंबी लाइन लगाए हुए दिखे । कृषकों की लाइन में महिलाएं भी सामिल थीं । सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कहीं भी नहीं हो रहा था। क्षेत्रीय किसानों का आरोप है कि यूरिया के लिए उन्हें भारी मशक्कत करनी पड़ रही है । किसानों को घंटों कतार में लगने के बाद सिर्फ एक या दो बोरी ही यूरिया मिल पा रही है। जबकि समिति के सचिव अपने जानने वाले लोगों को उनके मनमुताबिक यूरिया दे देते हैं । हालांकि सरकार और किसान कल्याण विभाग के उपसंचालक जिले में खाद की कोई कमी न होने का दावा कर रहे हैं लेकिन समितियों में किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है।किसानों की माने तो उन्हें एक एकड़ जमीन के नाम पर तीन बोरी यूरिया की आवश्यकता है, लेकिन एक एकड़ का किसान हो या 15 एकड़ का किसान, यूरिया के नाम पर सिर्फ एक या दो बोरी यूरिया दी जा रही है।
कालाबाजारी की शिकायतें
यूरिया किल्लत के चलते दुकानों पर कालाबाजारी की शिकायतें भी किसानों द्वारा की गई। कई किसानों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि यह 270 रुपए में एक बोरी यूरिया मिल रही है परंतु उनकी आवश्यकता ज्यादा है क्षेत्र के कई अन्य गांव में दुकानदारों द्वारा मंहगे दामों पर यूरिया खाद बेचे जाने की बात किसानों ने कही।