कहोबा चौराहा गोंडा। मोतीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पढ़े लिखे व्यक्ति ने जो एक प्राइवेट स्कूल में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ शिक्षा देते थे लेकिन 2 महीना पहले जारी हुए लाक डाउन लागू होने के बाद से स्कूल कॉलेज बंद हो जाने की वजह से अपने घर पर रह रहे थे लाक डाउन का पालन करते हुए अपने क्षेत्र के लोगों को भी शिक्षक होने के कारण लाक डाउन का पालन करने तथा सोशल डिस्पेंसिंग का पालन करने के लिए सभी को जागरूक कर रहे थे लेकिन उन्होंने इस संवाददाता को बताया कि जब लाख डाउन में कुछ ढील आई हुई और दुकाने का समय निर्धारित हुआ तो मैं स्वयं अपना तथा अपने परिवार के खर्चे के लिए एक छोटी सी दुकान कर ली है यह दुकान में जब तक करूंगा जब तक स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे उसके बाद हमारा पहला कर्तव्य है कि जब स्कूल खुलेगा तो हम पुनः बच्चों को पढ़ाएंगे और उन्हें शिक्षित करेंगे बच्चे पढ़ेंगे तभी देश आगे बढ़ेगा उन्होंने बताया कि लाक डाउन में बड़े से बड़े और छोटे से छोटे दुकानदार भी परेशान हैं वही गरीब तबके के लोग को खाने-पीने की भी समस्या उत्पन्न हो गई है इसी के तहत कौशल किशोर पांडे जो एक शिक्षक है ने कुछ गरीबों को भी खाने-पीने की समाधि की उपलब्ध कराइ उन्होंने कहा कि देश की सेवा तथा गरीब जनता की सेवा करना ही इंसान का धर्म है हमें यह नहीं देखना है कि कौन हिंदू है कौन मुसलमान है सिर्फ यह देखना है कि इस समय कौन परेशान है और परेशान हो कि सेवा मदद करना ही धर्म का काम है
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