सुरेश कुमार तिवारी
चौराहा गोंडा। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम से (जूझन मेला)दशहरा पर्व मनाया गया। असत्य पर सत्य की विजय के इस पर्व में दूर दराज से आये श्रद्धालु सीता माता का दर्शन कर हु प्रफुल्लित हुए। रविवार को विकास खंड हलधरमऊ ग्रामसभा पहाड़ापुर प्राचीन काल से फागुन माह में मनाया जाने वाला दशहरा पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पहाड़ापुर रामलीला मैदान भगवान श्रीराम की जयजयकार से गूंज उठा। शाम लगभग छह बजे रावण पुतला दहन कर कार्यक्रम का समापन हुआ। आपको बता दें कथा के अनुसार रावण ने सीता का हरण कर लिया था। नारी जाति की सम्मान और मर्यादा की रक्षा के लिए भगवान राम ने अधर्मी व अन्यायी रावण को युद्ध के लिए ललकारा और दस दिनों तक रावण से द्वंद युद्ध किया। अश्विन शुक्ल दशमी तिथि को भगवान राम ने मां दुर्गा से प्राप्त दिव्यास्त्र की सहायता से रावण का वध कर दिया। रावण का अंत दस सिर वाले रावण का अंत था। इसे असत्य पर सत्य की जीत के उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
प्रतिनिधि प्रधान पहाड़ापुर अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि प्राचीन काल से ही विजयदशमी का त्यौहार बड़े श्रद्धा से मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि सन 1986 में किसी कारणवश विजयादशमी का त्यौहार नही मनाया जा सका जिससे एक प्राकृतिक आपदा आई और आग की चपेट में पूरा पहाड़ापुर गांव जलकर खाक हो गया था।