रिपोर्टर संदीप
बलरामपुर 30 सितम्बर। पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम (आरएनटीसीपी) के अंतर्गत 10 से 23 अक्टूबर तक जिले में टीवी के नए मरीजों को चिन्हित करने के लिए (एसीएफ) एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान क्षय रोग विभाग की टीमों ने घर-घर जाकर लोगों से टीवी के लक्षणों को लेकर सवाल किए और उनके आधार पर बलगम की जांच कराई गई।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सजीवन लाल ने बुधवार को बताया कि विशेष अभियान के तहत जिले में कुल 89 टीवी के नए मरीज चिन्हित किए गए हैं। इन सभी मरीजों को चिन्हित करने के साथ ही उपचार शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में अप्रैल 2018 से अब तक टीवी के मरीजों की संख्या 5152 हो गई है जिसमें से कई मरीज ठीक भी हुए हैं। अभियान के दौरान विभाग की 89 टीमों ने करीब 46 हजार 907 घरों में जाकर टीवी के लक्षणों के बारे में जानकारी दी और संदिग्ध केस पाए जाने पर उनकी जांच कराई गई। इस दौरान 2 लाख 34 हजार 535 लक्ष्य के सापेक्ष जिले के 3 लाख 5 हजार 903 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। 1152 लोगों के बलगम की जांच कराई गई है जिसमें से 89 केस पाॅजिटिव पाये गये हैं। उन्होंने बताया यदि किसी परिवार में पहले से ही कोई टीवी का मरीज है, यह तो उस परिवार के अन्य सदस्यों को टीवी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसीलिए टीवी के सभी मरीजों के परिवारों की स्क्रीनिंग भी की गई है जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी की जांच और उपचार की निःशुल्क सुविधा जिले में उपलब्ध है। अपने आसपास किसी भी व्यक्ति में टीवी में लक्षण देखे तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं। क्षय रोग विभाग की ओर से सभी स्वास्थ्य केंद्रों में टीबी की जांच की सुविधा शुरू की गई है।
मरीजों को “निक्षय पोषण योजना” के तहत मिलेगा लाभ
-टीबी का इलाज करा रहे प्रत्येक मरीज को उपचार के दौरान “निक्षय पोषण-योजना” के तहत सरकार द्वारा 500 रुपये प्रतिमाह की प्रोत्साहन राशि उनके खाते में दी जा रही है। ए.सी.एफ. के दौरान जो भी मरीज मिले हैं, उनका 24 से 48 घंटे के भीतर उपचार शुरू करने के साथ ही निक्षय पोर्टल पर भी अंकित कर दिया जायेगा, जिससे उन्हें अपने खान पान का ध्यान रखने हेतु सरकार द्वारा दिए जा रहे पांच सौ रुपये प्रति माह की प्रोत्साहन समय से उनके खाते के माध्यम से मिलने लगे।