रिपोर्टर संदीप
बलरामपुर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं व स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा जिलधिकारी कृष्णा करुणेश द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में की गई। बैठक में माह जुलाई में संचालित संचारी रोग माह अभियान की प्रगति की समीक्षा भी की गई। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा माह जुलाई मंे स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये गये कार्यो व प्रगति की जानकारी जिलाधिकारी महोदय द्वारा की गई। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद बलरामपुर को प्रदेश के 08 चयनित आकांक्षात्मक जिलों में अच्छे स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रथम स्थान प्राप्त हुआ व पूरे देश में 19 स्थान प्राप्त हुआ है। संचारी रोग माह अभियान के तहत जनपद के प्रत्येक घरों में आशाओं व ऐनम द्वारा लोगों को जागरूक किया गया। शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई व दवाओं का छिड़काव किया गया। माह जुलाई में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा चलाया गया जिसमें लोगों को सीमित परिवार के संबन्ध में जागरूक किया गया। माह जून में औसत आशा भुगतान 3205 रुपये किया गया है। जिलाधिकारी ने औसत आशा भुगतान 4000 रुपये कम से कम करने का निर्देश दिया। सीएमओं ने बताया कि माह जुलाई में संस्थागत प्रसव 56 प्रतिशत रहा। उतरौला ब्लाक में 100 प्रतिशत संस्थागत प्रसव किया गया। प्रभारी चिकित्साधिकारी उतरौला द्वारा अच्छा कार्य किया गया। माह मई में 3877 प्रसव के सापेक्ष 2068 लाभार्थियों को भुगतान किया गया जो कि 53.34 प्रतिशत है व माह जून में 61.76 प्रतिशत लाभार्थियों का भुगतान किया गया।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि ब्लाॅक स्तर पर बीएचएनडी सत्र नियमित आयोजित किया जाए। बीएचएनडी सत्र में समस्त गर्भवती महिलाओं की एनीमिया की जांच, ब्लड चेकअप की जाए। संचारी रोग माह अभियान में जिन आशाओं द्वारा लापरवाही बरती गयी है व उनके द्वारा गांवों में नहीं जाये गया उनके विरुद्ध कार्यवाही करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले आशाओं को सम्मानित किया जाए। जो आशाएं नियमित कार्य कर रही है उनका मानदेय समय पर दिया जाए। जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना में लाभार्थियों को शतप्रतिशत भुगतान करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी डाक्टर पीएचसी/सीएचसी पर समय से बैठे व शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें। उक्त अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा संस्थागत प्रसव, टीकाकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, एनआरसी, आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय अन्धता नियन्त्रण कार्यक्रम की समीक्षा, कुष्ट रोग अभियान की समीक्षा, एचबीएनसी की कार्यक्रम की समीक्षा की गई तथा जो कमियां थी दूर करने के निर्देश दिये गये। बैठक में 29 अगस्त से 04 सितम्बर तक होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर चर्चा की गई तथा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी ने बेहतर ढंग से रणनीति तैयार कर अधिक से अधिक 01 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को स्कूल व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दवा खिलाने के लिए कार्य योजना बनाने को कहा। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि अपने सरकारी/गैरसरकारी स्कूलों की सूची मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करा दे जिससे कि कितनी दवा की आवश्यकता है, कार्ययोजना बनाया जा सके। जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।
बैठक में जिलाधिकारी, सीएमओ डा0 घनश्याम सिंह, अपर सीएमओ डा0 कमाल अशरफ, डा0 अरुण कुमार, डा0 उपान्त डोगरे, डब्ल्यूएचओ , बीएसए हरिहर प्रसाद, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीडीपीओ बलरामपुर देहात व समस्त ब्लाकों के चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे।
——————-