लखनऊ | किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के दन्त संकाय द्वारा स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर रैगिंग की संभावनाओं को कम करने के लिए सी0पी0 गोविला सभागार में एण्टी रैगिंग पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डा0 एस0के0 कठारिया, एक्सेक्यूटिव कमेटी मेंबर, डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एण्टी रैगिंग मेजर्स विषय पर अपना व्याख्यान दिया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो0 एम0 एल0 बी0 भट्ट ने बताया कि किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय रैगिंग मुक्त परिसर है और रैगिंग के लिए हाल ही में कई छात्रों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। इसके साथ ही इस बात का पूरा प्रयास किया जा रहा है कि भविष्य में भी रैगिंग किए जाने की कोई भी संभावना आगे न हो। मा0 कुलपति जी ने बताया कि रैगिंग रोकने के लिए चिकित्सा विश्वविद्यालय में कई कमेटियों का गठन किया गया है। इसके साथ ही प्रोक्ट्रोरियल बोर्ड है जो समय-समय पर निरीक्षण करता रहता है। उन्होंने बताया कि प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं को रैगिंग व अन्य असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी की जाती है।
सभा की अध्यक्षता प्रो0 अनिल चन्द्रा, संकायाध्यक्ष, दन्त विज्ञान संकाय, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उ0प्र0, लखनऊ ने की। प्रो0 कठारिया ने अपने भाषण में विस्तार पूर्वक रैगिंग एवं उससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला उन्होने बताया कि मा0 सर्वोच्च न्यायालय ने इस विषय में स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिन शिक्षा संस्थानों में रैगिंग की घटनाओं के स्पष्ट सबूत मिलते है उन्हें दण्डित किए जाने का प्राविधान है एवं ऐसी संस्थाओं की मान्यताएं रदद ्की जा सकती है। कार्यक्रम के दौरान डा0 राकेश कुमार यादव, डा0 रमेश भारती, डा0 विजय कुमार शाक्य एवं डा0 आर0के0 सिंह उपस्थित थे।