सुरेश कुमार तिवारी
कहोबा चौराहा गोंडा। आईटीआई संचार विहार में भोजपुरी संगीत पार्टी संचार विहार द्वारा 16 फरवरी 2021 दिन मंगलवार रात्रि माँ सरस्वती की पूजा एवं बसन्त पंचमी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कोरोना संक्रमण को मद्दे नजर रखते हुए सभी को सोशल दूरी का विशेष ध्यान देते हुए कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। माँ सरस्वती की विशेष पूजा मुख्य अतिथि के रूप में आईटीआई के अधिशासी निदेशक राजीव सेठ द्वारा की गई। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार जब ब्रह्मा जी सृष्टि की रचना करने की सोची तो उन्होंने सबसे पहले मुख से एक तेज ज्योति निकाली वही तेज ज्योति बाद में एक चतुर्भुजी स्त्री का रूप ले लिया जिनके एक हाथ में वीणा, दूसरे में पुस्तक, तीसरे में माला और चौथा हाथ वरमुद्रा की स्थित में था। तब ब्रह्मा जी उस स्त्री से वीणा बजाने को कहा-उस देवी के वीणा बजाने से ही संसार के सभी जीव-जंतुओं को वाणी प्राप्त हो गयी उसी के साथ- साथ ज्ञान, बुद्धि, संगीत एवं कला भी प्राप्त हो गयी। इसी दिन ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का जन्म हुआ इस दिन को ज्ञान पंचमी भी कहा जाता है। जहाँ तक बसन्त पंचमी पर्व की बात की जाय तो ठंड के बाद प्रकृति की छटा देखते ही बनती है धरती पर चारों तरफ हरियाली, सुनहरी पीली सरसों के फूल लहलहाने लगतें हैं और आम के पेड़ों पर आए हुए फूल चारों ओर अपनी सुगन्ध विखेरने लगते हैं ऐसा महसूस होता है कि कोई नई नवेली दुल्हन सज-सवंर कर धरती पर उतर आई हो साथ ही सभी जीवों में नए रक्त का संचार होने लगता है। बसन्त पंचमी के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा भी रही है। इस दिन पीले वस्त्र पहन कर पूजा करना और पीला भोजन ही करना चाहिए।
माँ सरस्वती पूजा में मानव संसाधन प्रमुख वाई एस चौहान, सुशील कुमार, सी के वर्मा, कर्मचारी संघ के महामंत्री नदीम जाफरी, राम लखन वर्मा, भोजपुरी संगीत पार्टी एवं सरस्वती पूजा समिति के सदस्यों में प्रमुख रूप से डी ए वी इंटर कालेज के प्रिंसिपल ओम नाथ तिवारी, बाबू लाल राम, एम जी पांडे, सरोज कुमार, आर वाई वर्मा, रमेश, जे सी त्यागी,आर के शर्मा, ए के सिंह भदौरिया, किशोर कुमार के अलावा सैकड़ो की संख्या में संचार विहार के महिला- पुरूष भक्तों ने बढ़चढ़ कर सहयोग प्रदान किया। बसन्त पंचमी के दिन पीले भोजन को ध्यान में रखते हुए माँ सरस्वती पूजा समिति ने प्रसाद के रूप में पीले चावल से बनी हुई तहरी वितरित की गयी जिसका भरपूर आनन्द सरस्वती पूजा में आये हुए संचार विहार के भक्तों ने लिया।