सुरेश कुमार तिवारी
कहोबा चौराहा गोण्डा। सोमवार को वीरांगना ऊदा देवी पासी का 163वां शहादत दिवस अपने दल एस गोण्डा के तत्वावधान में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ऊदा देवी पासी की तस्वीर पर मोतीलाल पासी द्वारा माल्यार्पण कर की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता राकेश वर्मा व संचालन रामधीरज पटेल ने किया। इस मौके पर उपस्थित जिलापंचायत सदस्य टिकर अभिमन्यु पटेल ने बताया कि ऊदा देवी, एक भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी थीं जिन्होने 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय सिपाहियों की ओर से युद्ध में भाग लिया था। ये अवध के छठे नवाब वाजिद अली शाह के महिला दस्ते की सदस्य थीं। इस विद्रोह के समय हुई लखनऊ की घेराबंदी के समय लगभग 2000 भारतीय सिपाहियों के शरणस्थल सिकन्दर बाग़ पर ब्रिटिश फौजों द्वारा चढ़ाई की गयी थी और 16 नवंबर 1857 को बाग़ में शरण लिये इन 2000 भारतीय सिपाहियों का ब्रिटिश फौजों द्वारा संहार कर दिया गया था।
इस लड़ाई के दौरान ऊदा देवी ने पुरुषों के वस्त्र धारण कर स्वयं को एक पुरुष के रूप में तैयार किया था। लड़ाई के समय वो अपने साथ एक बंदूक और कुछ गोला बारूद लेकर एक ऊँचे पेड़ पर चढ़ गयी थीं। उन्होने हमलावर ब्रिटिश सैनिकों को सिकंदर बाग़ में तब तक प्रवेश नहीं करने दिया था जब तक कि उनका गोला बारूद खत्म नहीं हो गया।
जिलाउपाध्यक्ष अपना दल एस रामदीन वर्मा ने कहा कि हमे पिछड़े समाज दलित समाज को अपने इतिहास जानने की जरूरत है। कार्यक्रम के समापन करते हुए अपना दल एस जिलाध्यक्ष राकेश वर्मा द्वारा महिलाओं में वस्त्र वितरण किया गया।इस मौके पर अखिल भारतीय कुर्मी महासभा को जिलाध्यक्ष गोण्डा राजकरन पटेल, राम प्रकट पटेल, रामधीरज पटेल, रवि वर्मा, अखिलेश वर्मा, गणेश कुमार पासी, मोतीलाल पासी, राधेश्याम पासवान, सूरज शर्मा कृष्ण चंद पासवान, जोखू भारती,आदि लोग उपस्थित रहे।