बेरोजगार लगा रहे आस कैसे होगा ऋण पास
कछौना, हरदोई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से पूरा देश जूझ रहा है। सरकार प्रवासियों को वापस घर पहुचाने के लिए ट्रेन , बस आदि यथा संभव हर प्रयास कर रही है प्रवासी अपने अपने घर पहुँच कर परिवार का पालन पोषण करने के लिए नया रोजगार सृजित करने की सोंच रहे है लॉक डाउन के चलते प्रवासियों को नया रोजगार नही मिल पा रहा है। दूसरी तरफ सरकार ने दावा किया कि प्रवासियों को स्थानीय बैंक बिना ब्याज लोन देगी पर स्थानीय बैंकों (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक आदि) के कर्मचारियों से बातचीत के माध्यम से पता चला कि बैंकों में अभी तक सरकार के निर्देश नही पहुँच। बैंकों के कर्मचारियों के अनुसार बैंकों को अब तक शासन स्तर से प्रवासियों को लोन देने के संबंध में कोई भी गाइड लाइन नही प्राप्त हुई है। जबकि भारत सरकार के दिशा निर्देश अनुसार प्रत्येक बेरोजगार व्यक्ति को बैंकों से ऋण उपलब्ध कराकर रोजगार दिलाया जाएगा लेकिन ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है कि सरकार के निर्देश महज कागजो तक ही समिट कर रह जाएंगे या फिर सरकार प्रमुखता से ले संज्ञान तो ही दूर हो पाएगी बेरोजगारी अन्यथा सरकार के दावे साबित होंगे खोखले। वहीं ग्रामीण सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण राठौर ‘राणा’ ने सरकार पे तंज कसते हुए कहा की “सरकार निर्देश ही देती है सरकारी कर्मचारी नही मानते निर्देश सरकार को दिखा रहे ठेंगा बेरोजगार परेशान है बेरोजगारो को बैंकें नही उपलब्ध करा पा रही ऋण कैसे चलेगी बेरोजगारों की रोजी रोटी। सरकार ले संज्ञान अन्यथा वैश्विक महामारी में बेरोजगारी बनेगी सरकार के लिए बड़ी समस्या।”