अयोध्या। अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 34 सेमी ऊपर बह रही है। तटवर्ती इलाकों के कई गांव जलमग्न हो गए है। हजारों बीघे फसले बाढ़ के पानी में डूब गए है। बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने 38 बाढ़ चौकियां बनाई हैं। सबसे ज्यादा निगरानी रुदौली तहसील अंतर्गत पस्ता बाढ़ चौकी पर की जा रही है। क्योंकि इस चौकी के अंतर्गत 16 पुरवे आते हैं। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक सरयू के जलस्तर में शाम से गिरावट आने के आसार है क्योंकि 24 घंटों से बैराज से पानी नहीं छोड़ा गया है। चौधरी चरण सिंह घाट से सरयू का पानी दूर है। इसीलिए अभी भी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार हो रहा है। हालांकि, मार्ग खराब होने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नदी के काफी समीप लकड़ी बेचने वालों को काफी लकड़ी पानी मे बह गई। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है। रुदौली तहसील के अंतर्गत पस्ता और पूरा बाजार में मडना और राजा दशरथ समाधि स्थल के पास बनी बढ़ चौकी संवेदनशील है। इस लिए यहां अतिरिक्त कर्मी तैनात किए गए हैं। संक्रामक बीमारियों को ध्यान में रखते हुए यहां डॉक्टरों की तैनाती भी की गई है। केंद्रीय जल आयोग के डॉ. अमन चौधरी बताया सुबह 6 बजे तक सरयू का जलस्तर 93.007 मीटर पर बना हुआ ह
रुदौली तहसील प्रशासन की मानें तो सिर्फ कैथी व मांझा गांव ही पानी से घिर गए हैं और 99 परिवार ही बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, लेकिन नदी के जलस्तर का सिलसिला इसी तरह बढ़ता रहा तो अन्य गांवों में भी पानी आ सकता है। बुधवार को रौनाही बंधे के आसपास जायजा लिया तो पता चला कि अब जनपद गोंडा, बाराबंकी व अयोध्या की सीमा पर स्थित गांवों का संपर्क टूट गया है। नाव ही एक मात्र एक सहारा बची है। उनके सामने जीवन सुरक्षित करने का सवाल खड़ा हो गया है। जानकारी के अनुसार रुदौली क्षेत्र में घाघरा नदी के किनारे बसे कैथी मांझा के 99 परिवार, सल्लाहपुर के 150, मुझेहना के 60, सरायनसिर के 40,अब्बूपुर के 50, कैथी के सात महंगू का पुरवा के 75 व मरौचा के 15 परिवार बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। रौनाही तटबंध पर मौजूद रुदौली तहसील के राजस्व निरीक्षक अनिल यादव बताते हैं कि बाढ़ पीड़ितों के आवागमन के लिए अब तक पांच नावें लगाई गई हैं। वहीं बाढ़ की निगरानी के लिए क्षेत्र के सभी लेखपाल भी लगाए गए है। अभी दो दिन पहले डीएम के जायजा लेने के बाद ही प्रशासन हरकत में आया है। तहसीलदार राजेश कुमार ने बताया कि अभी हालात काबू में है। पूरी निगरानी की जा रही है और जरूरत के अनुसार आगे देखा जाएगा।