अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या | उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित का कार्यकाल तीन माह के लिए बढ़ा दिया है। प्रोफ़ेसर दीक्षित का कार्यकाल 26 मई को समाप्त हो रहा था। कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव हेमंत राव ने कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा जारी आदेश को कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित को भेज दिया है। जारी आदेश में कहा गया है कि प्रोफेसर मनोज दीक्षित का कुलपति के रूप में कार्यकाल को 3 माह की अवधि अथवा नियमित कुलपति की नियुक्ति होने तक अथवा अग्रिम आदेशों तक, जो भी पहले हो, के लिए डॉक्टर राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के कुलपति पद के दायित्व के निर्वहन हेतु विस्तारित करती हूं। कुलपति प्रोफेसर दीक्षित को हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषी न्यूज़ एजेंसी वर्ष 2019 में लखनऊ में उत्तर प्रदेश विकास संवाद 2 कार्यक्रम में पर्यटन प्रबंध रत्न सम्मान से भी सम्मानित कर चुकी है। कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित के कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। साथ ही शैक्षणिक कार्य की गुणवत्ता को भी स्थापित किया गया है।
विश्वविद्यालय में डिजिटलीकरण भी प्रोफेसर मनोज दीक्षित के ही समय पर हो पाया है। दिव्य दीपोत्सव में साढ़े पांच लाख दीपों को एक साथ राम पौड़ी के घाटों परजलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में प्रोफेसर मनोज दीक्षित के निर्देशन में यह कीर्तिमान उत्तर प्रदेश सरकार को मिला है। कुलपति दीक्षित के कार्यकाल में ही विश्वविद्यालय में कई नए पाठ्यक्रम भी शुरू हुई और विदेशी भाषा के अध्ययन का भी शुरुआत किया जा चुका है। कुलपति दीक्षित के समय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समरसता कुंभ का वृहद भव्य आयोजन सफलता की ऊंचाइयों को छुआ है। जिसमें भारी संख्या में समरसता पर विद्वानों ने विचार व्यक्त किया। प्रोफेसर दीक्षित का कुलपति के रूप में कार्यकाल बढ़ाए जाने पर विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापकों और कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है।