लखनऊ। संविदा कर्मचारियों के लिए दस लाख का बीमा और आउटसोर्सिंग पर तैनात कर्मियों की जगह पूर्व सैनिकों की नियुक्ति का आदेश वापस लिए जाने की मांग की गई है। इसके लिए बिजली विभाग संविदा कर्मचारी महासंघ ने नौ अगस्त से सत्याग्रह का निर्णय लिया है। महासंघ के अध्यक्ष आरएस राय की अध्यक्षता में रविवार को हुई बैठक के बाद सत्याग्रह की घोषणा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ मजदूर नेता आरएस राय ने बताया कि प्रबंध निदेशक पंकज कुमार और महासंघ के पदाधिकारियों के बीच शक्ति भवन में कुछ मांगों पर बनी सहमति के बाद भी आदेश जारी न होने पर कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ा है। सहमति के बाद वादाखिलाफी के कारण प्रदेश के हर जिले में संविदा कर्मचारी नौ अगस्त को सत्याग्रह करके चेयरमैन को ज्ञापन भेजेंगे। बिजली घरों और लाइनों पर कार्यरत संविदा कर्मचारियों को मात्र तीन साल बाद ट्रांसफर किए जाने के आदेश को वापस लेने की मांग करते हुए आरएस राय ने कहा कि मात्र नौ दस हजार रुपए में ये मे परिवार का खर्च न चला पाने वाले संविदा कर्मचारियों का तबादला अव्यवहारिक है। उन्होंने बताया कि पूर्व में लगभग 500 संविदा कर्मियों को प्रतिवर्ष विद्युत दुर्घटनाओं मे जान गंवानी पड़ती थी जो अब अधिकारियों की लापरवाही और सुरक्षा उपकरणों के अभाव में जा रही है। नियम विरुद्ध मोबाइल फोन पर शटडाउन दिए जाने के कारण मौतों की संख्या बढ़कर लगभग 1500 हो गई हैं जो तबादले के बाद बाद और बढ़ने की संभावना है। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष विमल चन्द्र पांडेय, प्रभारी पुनीत राय, जितेंद्र कुमार, सतीश तिवारी, राजीव रंजन राय ,रजनीश शर्मा उर्फ बबलू, अवनीश श्रीवास्तव, शिवकुमार, केके सिंह, मनीष श्रीवास्तव, बसंत लाल, सुभाष चन्द्र मिश्रा, आरपीपाल, संजीव कुमार श्रीवास्तव, रजत सिंघल पंचम यादव और राम प्रसाद आदि शामिल रहे। महासंघ के मिडिया प्रभारी एवं विद्युत मजदूर संगठन के प्रान्तीय अध्यक्ष विमल चन्द्र पांडेय द्वारा संविदा कर्मियों की मॉगों का समर्थन करते हुए सत्याग्रह को सफल बनाने की अपील की गई।