पत्रकारिता से रोज मर्रा कई दर्जन लोगों की समस्या से संबंधित अधिकारियों को समाचार चैनलों के माध्यम से अवगत कराया जाता है। पत्रकारिता को समस्या समाधान शोषित उत्पीड़ित लोगों के इंसाफ से जोड़ना नियमित खतरों के खिलाड़ी बनकर रिपोर्टिंग करना तलवार की धार पर चलने के समान है लेकिन घर फूंक कर तमाशा देखने वाले अपनी जान हथेली पर रखने वाले हमारे पत्रकार साथियों की कलम न बिकी है न झुकी है बस कलम चलती है कागज के कलेजे पर लोगों के दुख दर्द उकेरती है। और उनकी समस्याओं के समाधान की वजह भी बनती है। पत्रकार सुरक्षा महासमिति पत्रकारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पत्रकार भाइयोंके साथ। पत्रकारिता कमाई का जरिया नहीं है। खिदमत और लोगों को इंसाफ दिलाने का एक मिशन है। पत्रकार समाज को सदैव जोड़ने का कार्य करता है पत्रकार कभी भी किसी कार्य में हार नहीं मानता पत्रकारिता मजबूत लोकतंत्र की पहचान होती है लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारिता देश की राजनीतिक आर्थिक सामाजिक व सांस्कृतिक आदि क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। वरिष्ठ अनुभवी पत्रकार बंधुओ के बतानेके मुताबिक पत्रकारिता की पगडंडी पर चलकर बगैर दबे दबे-कुचले की आवाज को समाचार के माध्यमों से सभी को अवगत कारये सूत्रों के मुताबिक कानपुर लखनऊ राजमार्ग पर जनपद उन्नाव में सदर कोतवाली क्षेत्र से लेकर जाजमऊ चौकी बॉर्डर तक होटल और ढाबों पर छोटी-छोटी गुमटी व ठेला लगाकर बार-बार जले हुए तेल से बन रहे हैं समोसा पकौड़ी छोले भटूरे आदि जो स्वास्थ्य के लिएहानिका फिर भी जिम्मेदार नहीं देते ध्यान।
पत्रकार गुड्डू मिश्रा
पत्रकार सुरक्षा महासमिति