बीएसपी प्रत्याशी का पर्चा खारिज
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में 7 मई को यूपी की बरेली लोकसभा सीट पर मतदान है। ये सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर दलित और मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या है। बीते दिनों इस सीट बीएसपी उम्मीदवार छोटेलाल गंगवार का नामांकन रद्द हो गया है, जिससे अब यहां सीधी टक्कर बीजेपी और कांग्रेस के बीच बन गई है। सपा और कांगेस इस बार एक साथ हैं और रालोद इस चुनाव में एनडीए का साथ दे रही है। बसपा अकेले चुनाव मैदान में है। बीजेपी का वोट बैंक मजबूत है। 1989 में पार्टी के संतोष कुमार गंगवार ने पहली बार जीत हासिल की थी। इसके बाद वह 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में बरेली से जीत चुके हैं। 2009 के चुनाव में श्री गंगवार कांग्रेस प्रत्याशी से मात्र 9 हजार से हार गए थे। साल 2014 में संतोष गंगवार ने ये सीट फिर जीतकर बीजेपी की झोली में डाली थी। 2019 में भी संतोष गंगवार यहां से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। बावजूद इसके इस बार पार्टी ने उनका टिकट काटकर छत्रपाल गंगवार को अपना प्रत्याशी बनाया है।इस सीट पर कांग्रेस ने पूर्व सांसद प्रवीण सिंह एरन को चुनाव मैदान में उतारा है। इलाके में उनका मजबूत जनाधार है। इलाके में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में उनकी गिनती होती है। बरेली लोकसभा सीट पर 17.60 लाख मतदाता हैं। इनमें 9 लाख से ज्यादा पुरुष और 7 लाख से ज्यादा महिला वोटर हैं। इस सीट पर 35 फीसदी मुस्लिम और 63 फीसदी हिंदू मतदाता हैं। बरेली सीट पर मीरगंज, बरेली कैंट, भोजीपुरा, बरेली और नवाबगंज पांच लोकसभा सीटें आती हैं। भोजीपुरा को छोड़कर सभी सीटों पर बीजेपी पार्टी के विधायक हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के संतोष गंगवार को 5,65,270 वोट मिले थे ,सपा उम्मीदवार को 3,97,988 वोट और कांग्रेस पार्टी के लिए 74,206 वोट पड़े थे।