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स्मारक समितियों के रेट बढ़े,

अम्बेडकर मैदान से लेकर कांशीराम सांस्कृतिक स्थल तक के रेट 3 गुना तक बढ़े
लखनऊ। एलडीए ने स्मारक समिति के रेट बढ़ दिया है। रमाबाई आम्बेडकर मैदान (रैली स्थल),कांशीराम सांस्कृतिक स्थल के रेट अप्रैल से बढेंगे। परिचालन के माध्यम से बढ़ायी गयीं दरों को स्मारकों, संग्रहालयों, संस्थाओं, पार्कों व उपवनों आदि की प्रबंधन, सुरक्षा एवं अनुरक्षण समिति की प्रबंध समिति ने भी मंजूरी दे दी है। अधिकारियों का कहना है कि नई दरें एक अप्रैल 2023 से लागू होंगी। प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की अध्यक्षता में स्मारक समिति की प्रबंध समिति की बैठक में कई फैसलों को मंजूरी दी गयी है। करीब 9 साल बाद रेट बढ़ेंगे। इससे पहले वर्ष 2013 में प्रबंध समिति ने रमाबाई आम्बेडकर मैदान व अन्य सम्बद्ध क्षेत्र के अंतर्गत स्थलों का आवंटन के लिए दरें निर्धारित की थीं। मान्यवर कांशीराम जी सांस्कृतिक स्थल (स्मृति उपवन) की दरें अभी 1,08,000 रुपये प्रतिदिन निर्धारित है, इसे बढ़ाकर 3 लाख रुपए प्रतिदिन कर दिया गया है। इसी तरह डोरमेट्री व रैन बसेरा का आवंटन 60 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित है, इसे बढ़ाकर 1.14 लाख रुपए प्रतिदिन कर दिया गया है। रमाबाई आम्बेडकर मैदान, रैली स्थल, जिसमें 5 एकड़ व पी-1 पार्किंग का आवंटन 1.32 लाख से बढ़ाकर 3.50 लाख रु प्रतिदिन कर दिया गया है। बसों के लिए पी पार्किंग की दरें 24 हजार रु से बढ़ाते हुए 50 हजार रुपए कर दी गयी हैं। बढ़ी दर में जीएसटी शामिल नहीं है। उसके लिए अलग से भुगतान करना होगा। ऐसे में 3 लाख की बुकिंग के बाद करीब 54 हजार रुपए जीएसटी का देना होगा। नई प्रस्तावत दरों को स्मारक समिति की प्रबंध समिति ने स्वीकृति प्रदान करते हुए निर्णय लिया है कि प्रत्येक वर्ष के अंतराल पर एक अप्रैल से 10 प्रतिशत की वृद्धि भी होगी।
1090 चौराहे के पार्किंग साइड एरिया में फूड जोन विकसित होगा। अभी यहां पर पटरी दुकानदार इधर-उधर अपनी अस्थाई दुकानें लगाते है। इस वजह से कई बार लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए ही स्मारक समिति की ओर से खण्ड एक पार्किंग में फास्ट फूड आदि की बिक्री के लिए ठेला व स्टाल के लिए मंजूरी दे दी गयी है। लेकिन फूड स्थल की अनुमति सिर्फ शाम को छह बजे से नौ बजे तक ही रहेगी। इससे समिति की आय भी बढ़ेगी। अस्थायी दुकानों को मासिक किराए के आधार पर आवंटन के लिए कार्ययोजना, नियमों व दरों, शर्तों के निर्धारण आदि के लिए परिचालन से पास प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। मूलक चौराहे से प्रतीक स्थल को जाने वाले बंधा मार्ग पर 10 स्थायी शेल्टर्स बने हैं। यहां बनी दुकानों के संचालन का जिम्मा पर्यटन विभाग को दिया गया था। तय योजना के मुताबिक, यहां चाइनीज, फास्ट फूड, आइसक्रीम, छोले-भटूरे और कबाब जैसी लखनवी जायकों की दुकानें सजाई जानी थीं। बाद में पर्यटन विभाग ने हाथ खड़े कर दिए। बाद में सभी दुकानें स्मारक समिति को वापस कर दी गई थीं। अब समिति ने आवंटन सम्बंधी शासनादेश में बदलाव करते हुए निजी संचालक, व्यक्ति, आवेदकों, फर्म व कंपनियों को आउटलेट स्थापित किए जाने पर सहमति प्रदान की है।

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