मच्छरों से बचाव के लिए बरतें खास सतर्कता
लखनऊ। जिला स्वास्थ्य समिति के सहयोग से फैमिली हेल्थ इंडिया द्वारा संचालित एम्बेड परियोजना के सामुदायिक स्वयं सेवकों का मच्छर जनित रोगों पर उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सोमवारको बी. एस. डी. एकेडमी स्कूल में किया गया।
प्रशिक्षण में संयुक्त निदेशक मलेरिया/राज्य कार्यक्रम अधिकारी वेक्टरबार्न डिजीजडॉ. अवधेश यादव ने सामुदायिक सहयोगियों को बताया कि वर्ष 2021-22 में क्षेत्र स्तर की टीमों ने डेंगू और मलेरिया वाले केसों के रोकथाम के लिए बेहतर योजनाबद्ध तरीके से काम किया है |इस वर्ष और अधिक मेहनत की आवश्यकता है, साथ ही संस्थागत जाँचों एवं उपचार को प्राथमिकता दिये जाने पर बल दिया। डेंगू व्मलेरिया की रोकथाम के लिए नियमित प्रचार व प्रसार बहुत महत्वपूर्ण है।
मास्टर ट्रेनर डी.एन.शुक्ला ने मच्छर के जीवन चक्र पर चर्चा की । उन्होंने बताया कि हम अपने आपको, अपने परिवार को एवं अपने समाज को मच्छरों से कैसे सुरक्षित रख सकते हैं । डेंगू और मलेरिया दोनों ही मच्छर जनित बीमारियाँ है। इसलिए मच्छरजनित बीमारियाँ न उत्पन्न होने दें और इनसे बचाव के लिए समुदाय को जागरूक करें।
एम्बेड समन्वयक धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि कैसे मच्छर एवं मनुष्यों के संपर्क को रोका जा सकता है, मच्छर जनित रोगों से बचने और इस अभियान की सफलता के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होने कहा कि सभी के प्रयासों से ही मच्छर जनित इन बीमारियों से बचा जा सकता है। किसी भी दशा में घरों के आस-पास गन्दगी न होने दें। उन्होंने बताया कि मच्छरों से बचाव करके ही इन मच्छर जनित बिमारियों से बचा जा सकता है। डेंगू के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर दिन के समय में काटता है। इसलिए सुबह-शाम पूरी आस्तीन के कपडे अवश्य पहनें और मच्छर रोधी साधनों का उपयोग करें एवं इनके पनपने वाले स्थलों को नष्ट करते रहें। उन्होंने प्रत्येक रविवार मच्छर पर वार एवम बुखार पर देरी पड़ेगी भारी स्लोगन के माध्यम से संदेश दिया।
मलेरिया निरीक्षक मधुप कुमार लाल ने डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए कहा कि तीन बातें ध्यान में रखें- मच्छरदानी में सोएं व मच्छररोधी रेपलेंट का प्रयोग करें, बुखार, सिर दर्द, उल्टी, जोडों में दर्द, त्वचा में चकत्ते को हल्के में न लें । साथ ही उन्होंने एम्बेड के सामुदायिक व्यवहार परिवर्तन सुगमकर्ता और स्वयंसेवकों से बात करते हुए क्या करें और क्या न करें पर जोर दिया। उन्होंने इस माध्यम से डेंगू और मलेरिया कहाँ पनपते हैं और यह कैसे दिखते है के बारे में जानकारी दी।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर वरिष्ठ मलेरिया अधिकारी मधूप कुमार लाल, डी.एन.शुक्ला, विद्यालय प्रबंधक गौरव दीक्षितऔर प्रधानाचार्य सोमनाथ यादवउपस्थित रहे