सीतापुर। अन्नपूर्णा साहित्य संगम परिवार की साप्ताहिक काव्यगोष्ठी इस रविवार 415 सप्ताह पूर्ण करते हुए कोविड-19 बढ़ती ठंड व कोविड के संक्रमण के कारण ऑनलाइन संपादित की गई। जिसकी अध्यक्षता इंजी० गोपाल “सागर” शैलेन्द्री तिवारी के संचालन में कवि व लेखक गणों आदि ने अपनी-अपनी रचनाएं प्रस्तुत कर लेखनी की मशाल जलाते हुए समाज के नए आयामों को इंगित कर काव्य पाठ किया। कार्यक्रम सुनीता यादव की वाणी वन्दना के साथ आरम्भ हुआ।
संस्थान अध्यक्ष अनिल द्विवेदी ने अपने संबोधन में सभी लेखकगणों को बधाई देते हुए फरमाया- बदलते मौसम में अपना और अपनों का ध्यान रखें, समाज में व्याप्त कुरीतियों को अपनी लेखनी के माध्यम से खंडित करते हुए सबका मार्गदर्शन करते रहें। जब तक मौसम अपने मिज़ाज बदलता रहेगा, काव्यगोष्ठी ऑनलाइन ही संपादित की जाएगी। आप अपनी लेखनी को उकेरते रहें। कलम की धार कम न होने पाए, जिससे लेखक की जब भी आवश्यकता पड़े, आप सबके साथ खड़े हों