संवाददाता राज इटौंजा
लखनऊ। पिछड़ा मुस्लिम मोमिन समाज संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता मोहम्मद अकील खान ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि शायद ही स्वतंत्र भारत के इतिहास में किसी सरकार ने इतनी घोर बेइज्जती शिक्षित बेरोजगारों की किसी हुकूमत ने नहीं की होगी जो केंद्र की मोदी सरकार ने अपने 6 वर्ष के कार्यकाल में कर दिया प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद अकील खान ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने महाराष्ट्र में चुनावी भाषण के दौरान कहा कि हमने युवाओं को नौकरी देने का कोई ठेका नहीं ले रखा है वास्तव में मंत्री जी आप सही कहे थे यदि आपके ऐसे बयान के बाद छात्रों की एक बड़ी संख्या प्रोटेस्ट करके आपके जुमलो का जवाब दिया गया होता लेकिन इंसान धर्म जाति की अफीम पीकर खेतिहर मजदूरों की तरह आपकी पार्टी का झंडा ढो रहे हैं और भाजपा को वोट भी कर रहे हैं प्रवक्ता मोहम्मद अकील खान ने कहा कि वाकई नौजवान वास्तव में नौकरी के लायक नहीं बल्कि पकोड़े तलने के ही काबिल है अब तो देश एवं प्रदेश की जनता को यह मान लेना चाहिए कि केंद्र की मोदी हुकूमत एवं उत्तर प्रदेश की योगी हुकूमत ने देश एवं प्रदेश की जनता की नब्ज टटोल चुके हैं देश एवं प्रदेश के छात्रों की सही नब्ज की पहचान करके ही कहा था पकोड़े बेचो गन्ने के रस का ठेला लगा लो मूंगफली बेचो खोमचा लगा लो पंचर की दुकान खोलो ये भी तो रोजगार है प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद अकील खान ने कहा कि हमारे देश की कुछ तथाकथित मीडिया चैनलों के माध्यम से रात दिन राई का पर्वत बनाने का काम करने वाले देश के कुछ तथाकथित पत्रकार है लेकिन देश की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कभी अर्थव्यवस्था पर कोई डिबेट नहीं करेंगे बेरोजगारी पर कोई डिबेट नहीं करेंगे एजुकेशन शिक्षा तालीम पर कोई डिबेट नहीं करेंगे स्वास्थ के संबंध में कोई डिबेट नहीं करेंगे किसानों की समस्याओं पर कोई डिबेट नहीं करेंगे नौजवानों की समस्याओं पर कोई डिबेट नहीं करेंगे मजदूरों के लिए कोई डिबेट नहीं करेंगे क्यों देश का अन्नदाता किसान मजदूर नौजवान का हाल जानने के लिए मीडिया के पास वक्त नहीं है क्योंकि सरकार के इशारे पर कुछ तथाकथित इलेक्ट्रॉनिक चैनलों एवं मीडिया के माध्यम से रात दिन सरकारों के तलवे चाटने का काम करते हैं। इसलिए आज हमारे प्यारे मुल्क हिंदुस्तान की सरहदों पर क्या हो रहा है। यह देश की आवाम को पता है। किसानों के बेटे फौज में भर्ती होकर के देश की सरहदों पर अपनी इमानदारी से ड्यूटी करते हैं लेकिन उनके लिए क्या किया जा रहा है। क्योंकि देश पर किसान भी मर मिटता है और नो जवान भी मीडिया को सवाल पूछना चाहिए शासन सत्ता मैं बैठे हुक्मरानों से लेकिन मीडिया सवाल पूछती है विपक्ष से।