लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने रविवार को राजभवन से वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिए डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ के स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्थापना दिवस समारोह आत्ममंथन का अवसर होता है। आत्ममंथन से कमियों को दूर कर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। विश्वविद्यालय डाॅ0 कलाम के सपनों के अनुरूप उच्चकोटि के शोध कार्यों को करे। शोध आज की आवश्यकता है और यही देश और दुनिया को बचायेंगे। आज के इस दौर में देश का विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। जब हम तकनीक और शोध के क्षेत्र में बेहतर करेंगे तभी हम विश्व के समक्ष खड़े हो सकेंगे। वोकल फार लोकल के दृष्टिगत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से विशाल प्रदेश है। जनसंख्या का एक बड़ा भाग हमारे युवाओं का है। जिन्हें उच्च एवं तकनीकी युक्त शिक्षा प्रदान करना सरकार एवं हम सबकी जिम्मेदारी है। हमारे विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के इस युग में स्थापित होने के लिये विशेष प्रयास करने होंगे। कोविड-19 के कारण उच्च शिक्षा सहित सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता वृद्धि के लिये सत्त प्रयास करने हेतु आज तकनीकी संसाधनों का प्रयोग आवश्यक है। हमें आज की परिस्थितियों के अनुसार ऑनलाइन शिक्षा पर ध्यान देना होगा। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों एवं शोधार्थियों का आह्वान किया कि वे इस सम्भावना पर कार्य करें कि सी0सी0टी0वी0 जिस तरह से मानव के प्रत्येक गतिविधि को अपने कैमरे में कैद कर लेता है। ठीक उसी तरह का यंत्र विकसित करें जो भीड़-भाड़ वाले स्थान पर चलने वालों में से कोरोना ग्रस्त उच्च ताप वाले व्यक्ति की पहचान कर सके ताकि उसे तत्काल वहां से अलग किया जा सके। विश्वविद्यालय की स्थापना दिवस पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की देखरेख में चलने वाले शैक्षिक चैनल स्वयं प्रभा का उद्घाटन किया। इस चैनल पर विद्यार्थियों के लिए डिजिटल कंटेंट 24 घंटे में 3 बार शाम 4 बजे, रात 12 बजे एवं सुबह 8 बजे प्रसारित होगा।