हरिओम
कानपुर नगर | केंद्र सरकार द्वारा नमामि गंगे परियोजना में गंगा सफाई के लिए एक प्राइवेट कंपनी को कार्यभार देने के विरोध तथा इस कार्य में लगे हुए सभी 211 कर्मचारियों के भविष्य और उनकी दैनिक जीवन चर्या प्रभावित होने के साथ आर्थिक संकट खडा होने का विरोध करते हुए प्लांट में कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरने की कल शनिवार को शुरूआत की गयी। इस अवसर पर उपस्थित मुकेश कश्यप ने बताया कि गंगा सफाई योजना के तहत संविदा के रूप में यहाँ कर्मचारी तैनात थे जो कार्य पर थे और जिनमें 211 कर्मचारियों को एक प्राईवेट कम्पनी आने से निकाल दियागया। यह सभी कर्मचारी गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई जल निगम द्वारा संविदा पर गंगापुर जाजमऊ में कार्यरत थे। सरकार द्वारा इनकी ओर कभी ध्यान नही दिया जिससे दिन पर दिन इनकी स्थिति खराब होती जा रही है। शनिवार को सभी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया तथा प्रदेश सरकार से मांग की तत्काल उनके साथ बात करने का समय दिया जाये तथा उनकी जायज मांगों पर सरकार द्वारा ध्यान दिया जाये। इस अवसर पर सुनील तिवारी, श्याम सिंह, दिलीप निषाद, राकेश निषाद, बाबू लाल, दीपक पांडे, गयासुददीन, सीताकांत निषाद, मुकेश कश्यप, नरेन्द्र बाजपेयी, सत्य प्रकाश निषाद, सुनील मांझी आदि मौजूद रहे।