झांसी, (वेबवार्ता)। उत्तर प्रदेश में झांसी के चिरगांव थानाक्षेत्र में एक लापता शराब व्यवसायी की लाश शुक्रवार सुबह मिलने के बाद हडकंप मच गया और परिजनों ने पुलिस पर पूरे मामले में लापरवाही से काम करने का आरोप लगाते हुए रोड जामकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि चिरगांव निवासी शराब व्यवसायी मंशाराम शिवहरे (40 ) का शव सुबह भांडेर नहर के पास से बरामद किया गया । मंशाराम नौ मार्च को अपने घर से निकला था और उसके बाद घर वापस नहीं लौटा । परिजनों ने पुलिस को इस संबंध में दी गयी तहरीर में उसके अपहरण की आशंका जतायी थी और अनिल शिवहरे तथा अतुल यादव के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी थी। मंशाराम की मोटरसाइकिल उसकी गुमशुदगी के दूसरे दिन छिरोना नहर के पास से बरामद की गयी थी। इसके बाद से परिजन लगातार पूरे मामले पर पुलिस पर ढिलाई से काम करने का आरोप लगा रहे थे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के कार्यालय में जाकर न्याय की गुहार भी लगायी थी । पुलिस पूरे मामले में अभी हाथ पैर मार ही रही थी कि आज सुबह व्यापारी का शव मिल गया। शव मिलने के बाद गुस्साये परिजनों ने रोड पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया और पुलिस पर आरोप लगाया कि यदि पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखायी होती तो मंशाराम का समय से पता लग सकता था । दूसरी ओर इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने कहा कि शराब व्यवसायी मंशाराम का शव बरामद किया गया है इनकी गुमशुदगी को लेकर परिजनों ने दो दिन पहले थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी। तहरीर में दो नामजद पर अपहरण का आरोप लगाया गया । पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर दोनों नामजद के साथ साथ एक अन्य को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। परिजनों का आरोप है कि दुश्मनी के चलते इन्हीं लोगों ने मंशाराम को जान से मारने की धमकी दी थी और इन्होंने ही उसका अपहरण कर हत्या कर दी है।आरोपियों से पूछताछ जारी है। इस बीच डॉक्टरों का पैनल गठित कर शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा। पूरे मामले में आरोपियों से पूछताछ के साथ साथ अन्य सुबूत एकत्र कर गहनता से जांच और उसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी।