सहारनपुर। आरएनएस। जातीय हिंसा के दौरान दबंग युवकों की गोली से मौत की नींद सोये दलित युवक के हत्यारोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई एसआईटी टीम की जांच के बाद की है।
विदित हो कि 25 मई 2017 को थाना बडगांव क्षेत्र के गांव शब्बीरपुर में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का भ्रमण कार्यक्रम था। मायावती को देखने के लिये आसपास के गांव के बहुत से लोग शब्बीरपुर पहुंचे थे। यहां से मोटरसाईकिलों पर लौटते समय कुछ दलित युवकों को थाना बडगांव क्षेत्र के चंदपुर मजबता में एक विशेष जाति के युवकों ने घेर कर धारदार हथियारों व लाठीडंडो से मारपीट करते हुये फायरिंग भी की थी जिसमें गोली लगने से आशीष पुत्र मेघराज निवासी ग्राम सुआखेडी थाना सरसावा की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि सचिन बुरी तरह से घायल हो गया था। इस घटना को लेकर राजकुमार एवं मेघराज द्वारा एससी/एसटी अधिनियम के अलावा विभिन्न घाराओं में थाना बडगांव में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उक्त घटना की जांच एसआईटी को सौंपी थी। एसआईटी की रिपोर्ट पर थाना बडगांव पुलिस एवं क्राईम ब्रांच की टीम ने छापामारी कर लोकेश उर्फ लुक्का पुत्र राजकुमार, राजू उर्फ विलास पुंडीर पुत्र श्याम सिंह, सोनू उर्फ सोमपाल पुत्र राजेंद्र निवासी अम्बेहटा चांद थाना बडगांव है। इसके अलावा थाना बडगांव पुलिस ने शब्बीरपुर गांव के प्रधान शिवकुमार पुत्र रामदास को 5 मई को महाराणा प्रताप की जयंती में डीजे बजाकर ले जा रहे ठाकुर बिरादरी के युवाओं पर पथराव कराने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।