अम्बिकानन्द त्रिपाठी
फैज़ाबाद । दलित एक्ट व आरक्षण के विरोध में सर्वसमाज संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों ने अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा एच बी सिंह के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से इस एक्ट पर पुनर्विचार करने के लिए प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया।श्री सिंह ने बताया कि दलित एक्ट व आरक्षण समाज मे विद्वेष की भावना पैदा करने वाला कानून है जिससे समाज का कोई भी वर्ग अछूता नही रहेगा।
उन्होंने कहा कि यह एक्ट भाजपा की राजनीत में अब तक का सबसे गंदा अध्याय रहा जो कि भाजपा के ही सबका साथ सबका विकाश के नारे को चिढाता महशूस हो रहा है। उन्होंने कहा कि दलित एक्ट के विरूद्ध यह आंदोलन रुकने वाला नही क्योंकि यह लड़ाई सिर्फ सवर्णों की ही नही बल्कि कुल आबादी के अस्सी प्रतिशत बनाम बीस प्रतिशत की है इसी क्रम में आगामी 21 अक्टूबर को नगर में सर्वसमाज एक प्रदेशीय सम्मेलन करने जा रहा है इस सम्मेलन के माध्यम से भाजपा की गलत नीतियों को आम जनमानस तक पंहुचाया जाएगा और आम जन को बताया जाएगा कि जिस सरकार का चुनाव हमसब ने राम मंदिर निर्माण के लिए,भ्रष्टाचार मिटाने के लिए,मंहगाई खत्म करने के लिए,कश्मीर से धारा 370 हटाने के लिए,किसान हित की योजनाओं को लाने के लिए,विदेशों में जमा कालाधन लाने को,हिंदूवादी नीतियां लागू करने को किया था वह कार्य करने लगी देश की संस्कृति व सभ्यता को नष्ट करने वाले धारा 377 पर,धारा 497 पर,दलित एक्ट व तीन तलाक पर।
सर्वसमाज संघर्ष मोर्चा के प्रवक्ता पाटेश्वरी सिंह ने बताया कि इस प्रदेशीय सम्मेलन में मसभ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद प्रतापगढ़ कुंवर हरिबंश सिंह अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा से पूरे देश सहित उत्तर प्रदेश से सभी मंडलों से पदाधिकारी सम्मेलन में शिरकत करेंगे।
दलित एक्ट के विरोध में ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से सर्वसमाज संघर्ष मोर्चा के संजय महिंद्रा,मनीष पाण्डेय,कमलेश सिंह एडवोकेट,योगेंद्र सिंह”फौजी”कमलेश सिंह,संजय सिंह,राम सागर सिंह,डब्लू सिंह जीतू सिंह,शिवम पांडेय,योगेंद्र प्रताप सिंह,सिम्पल सिंह,मोनू सिंह,जे डी सिंह,अतुल सिंह,शक्ति सिंह,रिंकू सिंह,मानवेन्द्र सिंह,रामकेर सिंह,विजय तिवारी,बृजेश दूबे,धनंजय सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।