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बलिया में हुआ अमृत महोत्सव का भव्य आयोजन

बलिया । उत्तर प्रदेश के बलिया में आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के क्रम में शुक्रवार को ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर विविध कार्यक्रम हुए, जिसमें आजादी की वीरगाथा पर आधारित समारोह व देशभक्ति सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल रहा। कलेक्ट्रेट परिसर स्थिति बहुउद्देश्यीय सभागार में आयोजित समारोह का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी व आनंद स्वरूप शुक्ल ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत जगदीश ओझा सुन्दर की अमर कविता जर्जर तन बूढ़े भारत की यह मस्ती भरी जवानी है, भारत छोड़ो आंदोलन की बलिया इक अमिट निशानी है कविता पाठ से हुआ। समारोह को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री शाही ने सबसे पहले क्रांति की शुरुआत करने वाले महापुरुषों की धरती बलिया को प्रणाम करते हुए कहा कि आज उन महापुरुषों की वजह से हम सब आजाद हैं। इस महोत्सव के लिए देश के चंद जिलों में बलिया का चुना जाना अपने आप में गौरव की बात है। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 का आगाज बलिया के अमर शहीद मंगल पांडे ने किया था। उसके बाद लगातार आजादी की लहर बलिया में चलती रही। नतीजन 1942 में ही बलिया को सबसे पहले आजादी मिली। महात्मा गांधी के ‘‘करो या मरो’’ आंदोलन में भी बलिया की अहम भूमिका रही। उन्होंने बलिया के आजाद होने के तमाम किस्से सुनाते हुए उसमें अहम योगदान देने वाले और शहीद होने वाले महापुरुषों को श्रद्धाजंलि दी। शाही ने बताया कि 12 मार्च 1930 को गांधी जी की दांडी यात्रा की सविनय अवज्ञा आंदोलन के रूप में पहला आंदोलन था। आज उसकी 91वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव की शुरुआत हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन से आह्वान किया कि इस महोत्सव के अन्तर्गत समय-समय पर कविता पाठ, निबन्ध लेखन, कला आदि जैसी प्रतियोगिता कराई जाती रहे, ताकि सभी लोग जान सकें कि आजादी कितनी संघर्ष के बाद मिली है। राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी ने कहा कि देश में सबसे पहले आजाद होने का गौरव बलिया को मिला।
बलिया के ही अमर शहीद मंगल पांडेय ने मेरठ से क्रांति की शुरुआत की। चित्तू पांडेय, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, युवा तुर्क चंद्रशेखर, जनेश्वर मिश्र सहित तमाम महापुरुषों का नाम लेते हुए कहा कि बलिया का अपना इतिहास रहा है। उन्होंने यहां ‘‘आजादी का अमृत उत्सव’’ बनाने के निर्णय पर केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रति आभार जताया।
राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि आजादी के संघर्षों की याद दिलाने वाला यह क्षण अत्यंत ही गौरवान्वित पल है। इस अवसर पर हम सब उसकी महत्ता को समझें और यह संकल्प लें कि दुनिया के हर क्षेत्र में भारत को सशक्त बनाने के लिए अपना बेहतर योगदान देने का प्रयास करेंगे। जिलाधिकारी अदिति सिंह ने सभी अतिथियों के प्रति आभार जताते हुए कहा, प्रधानमंत्री ने जिस तरह हमारे स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण कड़ियों को बताया, उसे हमें भूलना नहीं चाहिए। बलिया के लिए गर्व की बात है कि ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के लिए चयनित किया गया। हमारा सौभाग्य है कि स्वतंत्र भारत मे पैदा हुए। यह सौभाग्य पूर्वजों को प्राप्त नहीं था। उन्होंने इसी आजादी के लिए खूब संघर्ष किया। अपने इतिहास के बारे में सबको जानने और उससे सीख लेने की जरूरत है। ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ कार्यक्रम के अंतर्गत वीर लोरिक स्पोर्ट्स स्टेडियम से ‘‘स्वतंत्रता की साइकिल रैली’’ निकाली गई। मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार कर रहे थे। इंकलाब-जिंदाबाद, वंदेमातरम और तमाम देशभक्ति नारों के उद्घोष के साथ रैली में शामिल वालंटियर काफी जोश-खरोश में दिख रहे थे। सभी साईकल सवार वालंटियर एकदम भारतीय परिधान कुर्ता-पायजामा व गमझा में थे। यह दृश्य हमारी पुरातन भारतीय संस्कृति की याद दिलाने वाला था।

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