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इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस गोविंद माथुर ने किया पाॅच दिवंगत अधिवक्ताओं के चित्रों का अनावरण

नन्दकुमार कश्यप

बहराइच । मा. उच्च न्यायालय इलाहाबाद के मा. मुख्य न्यायमूर्ति गोविंद माथुर ने कहा कि अधिवक्ता समाज को सदैव से सही दिशा देता आ रहा है। अधिवक्ता समाज अपने पेशे के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। 
मा. चीफ जस्टिस गोविंद माथुर जनपद अधिवक्ता संघ बहराइच की ओर से दीवानी न्यायालय परिसर बहराइच स्थित अधिवक्ता संघ सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि, विवादित मुद्दों का निपटारा बातचीत से सम्भव बनाया जाना चाहिए ताकि न्यायालय में मुकदमों का भार कम किया जा सके। अधीनस्थ न्यायालयों में लंबित मुकदमों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि, मुकदमों के शीघ्र निपटारे के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जानी चाहिए।
मा. चीफ जस्टिस ने कहा कि, अधिवक्ता न्यायिक अधिकारियों को सहयोग करें क्योंकि अधिवक्ता जीवन पर्यन्त अधिवक्ता होता है। उन्होंने कहा कि, अधिवक्ताओं व न्यायिक अधिकारियों के लिए पहली प्राथमिकता वादकारी है। मा. चीफ जस्टिस ने कहा कि सभी न्यायालयों में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था कराए जाने के वे पक्षधर हैं। मा. न्यायमूर्ति श्री माथुर ने कहा कि न्यायालयों में अधिवक्ताओं की सुविधा के लिए ज्यादा एडवोकेट चेम्बर्स का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि, अधिवक्ता व न्यायिक अधिकारियों के कक्षों समेत न्यायिक भवन व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखना उनकी प्राथमिकताओं मे से है।  
प्रशासनिक न्यायमूर्ति मा. डी.के. उपाध्याय ने कहा कि, समाज नायकों को चुनता है, गढ़ता है। हमंे पथ प्रदर्शन के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं को नायकों की श्रेणी में रख कर उनके कृत्यों का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने आहवान किया कि, स्थानीय मुद्दों को बार एवं बेंच को आपसी सहयोग से निपटाना चाहिए ताकि बार एवं बेंच का सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे। 
न्यायमूर्ति मा. ए. मसूदी ने कहा कि, मनुष्य का पुनर्जन्म मनुष्य ही करता है हमारे पूर्वजों का विचार हमारे लिए आधार स्तम्भ है, और भविष्य का आधार यही है। उन्होंने कहा कि, सिविल कोर्ट हमारे कार्य का आधार है अतीत में दायित्वों का भार वर्तमान तय करता है अच्छे कार्यों के द्वारा जनपद के भविष्य को सॅवारा जा सकता है।  
कार्यक्रम आरम्भ होने के पूर्व जनपद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण मोहन श्रीवास्तव व उपाध्यक्ष के.के. श्रीवास्तव की ओर से अतिथियों का माल्यार्पण, स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र प्रदान कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान जनपद अधिवक्ता संघ के सदस्य रहे पाॅच दिवंगत अधिवक्ताओं कृष्ण बहादुर मिश्र, बृजराज त्रिपाठी, ठाकुर जगन्नाथ सिंह, कन्हैया लाल वर्मा, बाबू बच्चन सिंह के चित्रों का अनावरण मुख्य न्यायाधीश द्वारा किया गया।
जनपद न्यायाधीश चन्द्रभान तृतीय ने मा. उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति सहित अन्य न्यायमूर्तिजनों का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान में बार व बेंच के बीच कोई समस्या नहीं है। मेरा प्रयास रहेगा कि बार व बेंच के बीच मधुर सम्बन्ध कायम रहें। 
कार्यक्रम का संचालन बार संघ के महामंत्री राम पाल शुक्ल ने किया। कार्यक्रम के दौरान हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एल.पी. मिश्रा, बार एसोसिएशन बहराइच के पूर्व अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार पाण्डेय व गया प्रसाद मिश्रा, एडवोकेट अविनाश सिंह, सुश्री मधुलिका मिश्रा, जय प्रकाश शर्मा, राजीव कुमार त्रिपाठी सहित अन्य लोगों ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित कर न्याय मूर्ति जनों के जनपद आगमन पर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जज शिप बहराइच के न्यायिक अधिकारीगण व अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद रहे।

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