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घबराएं नहीं ब्लैक फंगस जितना खतरनाक नहीं है व्हाइट फंगस – डॉक्टरों ने कहा है कि फंगस अटैक से घबराएं नहीं, सचेत रहें

रायबरेली। कोरोना वायरस के बाद ब्लैक फंगस और अब व्हाइट फंगस का भी प्रसार होने लगा है। ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे महामारी घोषित कर इसकी रोकथाम और बचाव को लेकर अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। ब्लैक फंगस के साथ ही व्हाइट फंगस के बढ़ते मामलों ने चिकित्सा विशेषज्ञों की चिंता को बढ़ा दिया है। लेकिन इस सबके बीच एक अच्छी खबर यह भी है कि ब्लैक फंगस के मुकाबले व्हाइट फंगस कम खतरनाक है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति व्हाइट फंगस की चपेट में आ जाता है, तो उसे ठीक होने में एक से डेढ़ माह का समय लग सकता है। इसलिए इससे बचाव जरूरी है। वह बताते है कि फंगस आमतौर पर तंग और नम जगहों पर उगते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि आपके आस-पास नियमित रूप से सफाई हो। कई दिनों के रेफ्रिजेरेटेड खाने से बचें, ताजे फल खाएं, अपने घर में धूप और प्राकृतिक हवा आने दें और अपने मास्क को रोजाना जरूर धोएं। उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर की सलाह के बिना कोविड 19 के इलाज के लिए स्टेरॉयड का सेवन कतई न करें। फंगस अटैक से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सचेत रहने की आवश्यकता है। ब्लैक हो या व्हाइट फंगस यदि प्रारंभिक स्टेज में इलाज शुरु हो जाये तो एंटी फंगस ड्रग लेने से शत प्रतिशत मरीज ठीक हो सकते हैं।

सीएमओ का कहना है कि कोरोना उपचारित मरीजों विशेष रूप से मधुमेह पीड़ितों के लिए फंगस अटैक जानलेवा साबित हो सकता है। वह बताती हैं कि कोरोना संक्रमण के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जैसे ही शरीर कमजोर हुआ फंगस और बैक्टीरिया का समूह शरीर पर अटैक कर देता है। शरीर में प्रवेश करने के बाद ये बैक्टीरिया और फंगस कोरोना वायरस के साथ मिलकर शरीर के नाजुक अंगों आंख, गला, आंत, लीवर, जीभ आदि पर हमला कर देते हैं। जिससे इन अंगों के सेल तेजी से नष्ट होने लगते हैं और संबंधित अंग काम करना बंद कर देता है। फंगस का अटैक इतना तेज होता है कि जब तक मरीज कुछ समझे फंगस शरीर के महत्वपूर्ण अंग को नष्ट कर चुका होता है। इस स्थिति में अगर मरीज कोरोना को मात दे भी देता है तो शरीर के अन्य अंग के फेल होने पर मौत हो जाती है।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी. एस. अस्थाना बताते हैं – कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो या न हो अगर शरीर पर चकत्ते, आंख में जलन, जीभ में फोड़ा, गला जाम होने, थूक घूंटने में दिक्कत हो तो ये व्हाइट फंगस के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में बिना देर किये डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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