निघासन खीरी। तीन दिनों से लगातार बारिश होने के करण किसानों का भारी नुकसान हुआ है। जिससे किसान काफी परेशान है।क्योंकि किसान की पूरी जिंदगी खेती पे है।एक बार अगर खेती में नष्ट हो जाती है।तो किसान लगभग 10 साल नही उठ सकता है। साथ ही पहाड़ो पे भी भारी बरसात होने के कारण 5.47 लाख कियूसिक पानी छोड़ दिया गया है।उससे और भी परेशानीयो का सामना करना पड़ सकता है।
कौशल किशोर शुक्ला बरोठा किसान का क्या कहेना है
इस बार बरसात से किसानों की कई फसलें प्रभावित हुई है। जैसे धान ,गन्ना, केला,और साथ ही बोन वाली फसलें को भी काफी नुकसान होंगा क्योंकि इस बरसात की वजह से फसलों की बुवाई में काफी लेट होगा क्योंकि खेतो में काफी नमी होने के करण वो सही समय पे वो नही हो पायेगी।सरकार से मेरा यहा निवेदन है कि इस बार अगर फसलों के मुवावजे के तौर में कुछ आर्थिक मदद कर दी जाये तो हम लोगो को कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
रजनीकांत शुक्ला बरोठा किसान का कहेना है
इस बार की भारी बरसात ने किसानों की पकी फसलों को नष्ट कर दिया है। कुछ ही दोनों में धान कि फसल काटने वाली थी और कही कटी हुई पड़ी थी। किसान की सोच थी कि इस बार वह अपनी फसल काट कर अपना कर्जा जो किसान क्रेडिट कार्ड पर लिया है उसे मुक्त कर देगा पर इस बरसात में उसके सारे इरादों पर ही पानी फेर दिया है किसी के घर में शादी तो किसी के घर में कुछ अब आखिरकार किसान मरता नहीं तो करता क्या किसानों की बस अब एक अपेछा सरकार से ही बची है कि वह उनको कितना मुआवजा देगी।